Edited By Mehak,Updated: 18 Nov, 2025 04:24 PM

भारत सरकार ने पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम V2.0 के तहत पूरे देश में ई-पासपोर्ट सिस्टम लागू कर दिया है। अब भारत और विदेशों में भारतीय दूतावासों द्वारा जारी होने वाले नए पासपोर्ट और रिन्यूअल केवल चिप वाले ई-पासपोर्ट के रूप में मिलेंगे। इन पासपोर्ट में RFID...
नेशनल डेस्क : विदेश यात्रा या पहचान प्रमाण के तौर पर पासपोर्ट बेहद महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। इसी को अधिक सुरक्षित और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के लिए भारत सरकार ने पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम V2.0 लागू किया है। इसके तहत देशभर में ई-पासपोर्ट सिस्टम लागू कर दी गई है। अब भारत और विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों में नए पासपोर्ट तथा रिन्यूअल के लिए केवल चिप-आधारित ई-पासपोर्ट ही जारी किए जाएंगे।
अब पुराने पासपोर्ट का क्या होगा?
कई लोगों के मन में यह सवाल है कि क्या पुराने पासपोर्ट बेकार हो जाएंगे। सरकार ने स्पष्ट किया है कि पुराने पासपोर्ट उनकी एक्सपायरी डेट तक पूरी तरह वैध रहेंगे और पहले की तरह इस्तेमाल किए जा सकेंगे। हालांकि, पासपोर्ट की वैधता खत्म होने पर या नए आवेदन की स्थिति में आपको केवल चिप वाला ई-पासपोर्ट ही मिल पाएगा।
नए आवेदकों के लिए प्रक्रिया
नया ई-पासपोर्ट पाने के लिए किसी अलग फॉर्म या विकल्प को चुनने की जरूरत नहीं है। आवेदन करते समय सिस्टम अपने-आप आपके लिए ई-पासपोर्ट विकल्प लागू कर देगा। सरकार का मानना है कि यह बदलाव पासपोर्ट को और सुरक्षित बनाएगा और यात्रियों की इमिग्रेशन प्रक्रिया पहले की तुलना में काफी तेज होगी।
ई-पासपोर्ट क्या है?
नए ई-पासपोर्ट में कवर पर एक छोटा सुनहरा चिप लगा होता है। इस चिप में—
- RFID तकनीक
- पासपोर्ट धारक का बायोमेट्रिक डेटा
- फोटो
- और अन्य व्यक्तिगत जानकारी
सुरक्षित रूप से संग्रहीत रहती है। इससे नकली पासपोर्ट की संभावना कम होगी और अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल के दौरान वेरिफिकेशन तेजी से हो सकेगा।
अब से जारी होंगे केवल ई-पासपोर्ट
PSP V2.0 और ग्लोबल पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम के तहत अब देशभर में जारी होने वाले सभी नए और रिन्यू किए गए पासपोर्ट ई-पासपोर्ट होंगे।