Edited By Tanuja,Updated: 29 May, 2022 03:33 PM
भारत अपना पड़ोसी धर्म निभाते हुए लगातार संकटग्रस्त श्रीलंका को मदद पहुंचा रहा है। इसी क्रम में भारत ने शुक्रवार को श्रीलंका को सबसे...
इंटरनेशनल डेस्कः भारत अपना पड़ोसी धर्म निभाते हुए लगातार संकटग्रस्त श्रीलंका को मदद पहुंचा रहा है। इसी क्रम में भारत ने शुक्रवार को श्रीलंका को सबसे खराब आर्थिक संकट से निपटने में मदद करने के लिए चल रहे प्रयासों के तहत 7 लाख अमरीकी डालर से अधिक की 25 टन चिकित्सा आपूर्ति सौंपी। इससे पहले सोमवार को भारत की ओर से 40-40 मीट्रिक टन डीजल और पेट्रोल की मदद दी जा चुकी है।
इसके अलावा पिछले हफ्ते भारत ने श्रीलंका को 9,000 मीट्रिक टन चावल, 200 मीट्रिक टन दूध पाउडर और 24 मीट्रिक टन जीवन रक्षक दवाओं के साथ 45 करोड़ रुपये की राहत सामग्री भेजी थी। शनिवार को भारत सरकार की ओर से श्रीलंका को 15 हजार लीटर मिट्टी का तेल भेजा गया है। बताया जा रहा है कि मिट्टी के तेल के जरिए तमिल बहुल जाफना शहर में रहने वाले करीब 700 मछुआरों की मदद हो सकेगी। इससे पहले भारत की ओर से श्रीलंका को 40 हजार मीट्रिक टन पेट्रोल भेजा गया था। बता दें कि हाल के दिनों में विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से गिरावट के बाद आयात के भुगतान के लिए श्रीलंका संघर्ष कर रहा है।
इसे देखते हुए भारत ने ईंधन आयात करने में मदद करने के लिए पिछले महीने श्रीलंका को अतिरिक्त 500 मिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन का विस्तार किया था। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इस कठिन दिनों के दौरान भारत की ओर से मिल रहे मदद की सराहना की है। विक्रमसिंघे ने ट्वीट कर बताया कि शुक्रवार को उन्होंने भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बातचीत की। श्रीलंकाई पीएम ने कहा कि मैंने इस कठिन अवधि के दौरान भारत द्वारा दिए गए समर्थन के लिए सराहना की. मैं भारत और श्रीलंका के बीच आपसी संबंधों को और मजबूत करने की आशा करता हूं।