Edited By Tanuja,Updated: 08 Mar, 2023 01:54 PM

भारत ने मुश्किलों से जूझ रहे अफगानिस्तान के लिए एक बार फिर दरियादिली दिखाते हुए मदद का ऐलान किया है। भारत ने कहा है कि खाद्य...
इंटरनेशनल डेस्कः भारत ने मुश्किलों से जूझ रहे अफगानिस्तान के लिए एक बार फिर दरियादिली दिखाते हुए मदद का ऐलान किया है। भारत ने कहा है कि खाद्य संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान को चाबहार बंदरगाह के जरिए 20,000 मीट्रिक टन गेहूं भेजी जाएगी। दिल्ली में मंगलवार को अफगानिस्तान पर भारत-मध्य एशिया संयुक्त कार्यकारी समूह की पहली बैठक में यह घोषणा की गई जिसमें मेजबान भारत के अलावा मध्य एशिया के 5 देशों ने कजाकिस्तान, किर्गिजतान, तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विशेष राजनयिकों और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया कि भारत ने चाबहार बंदरगाह के जरिए UNWFP के साथ सहयोग से अफगानिस्तान को 20 हजार टन गेहूं की आपूर्ति करने का ऐलान किया है। दरअसल भारत मानवीय संकट को दूर करने के लिए अफगानिस्तान को अबाध मानवीय सहायता प्रदान करने की वकालत करता रहा है।
इससे पहले अगस्त 2021 में तालिबान के काबुल में सत्ता पर काबिज होने के महीनों बाद भारत ने खाद्यान्न संकट से जूझ रहे अफगान लोगों की सहायता के लिए 50,000 मीट्रिक टन गेहूं देने का ऐलान किया था।बैठक में शामिल सभी देशों ने एक संयुक्त बयान मंगलवार को कहा कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी तरह की आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं होना चाहिए। इसके अलावा काबुल में ‘सही मायने में समावेशी’ राजनीतिक ढांचे के गठन पर जोर दिया, जो महिलाओं समेत सभी अफगानों के अधिकारों का सम्मान करे।