Edited By Harman Kaur,Updated: 24 Jul, 2025 06:30 PM

महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में बिजली विभाग की लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वरोरा तहसील के अर्जुनी शेगांव गांव में रहने वाले दादा लटारु भोयर नाम के गरीब खेतिहर मजदूर को जुलाई महीने का बिजली बिल ₹77,110 भेज दिया गया।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में बिजली विभाग की लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वरोरा तहसील के अर्जुनी शेगांव गांव में रहने वाले दादा लटारु भोयर नाम के गरीब खेतिहर मजदूर को जुलाई महीने का बिजली बिल ₹77,110 भेज दिया गया। भोयर परिवार का घर महज दो कमरों का है, जहां सिर्फ दो बल्ब और एक बंद पड़ा पंखा है। घर में न फ्रिज है, न एसी, न कोई बड़ा उपकरण। इसके बावजूद बिजली विभाग ने एक महीने में 3841 यूनिट की खपत बता दी।
पिछले साल का बिल रिकॉर्ड
पिछले एक साल में भोयर के घर की कुल खपत सिर्फ 516 यूनिट रही। अगस्त में 106 यूनिट, सर्दियों में 61 यूनिट और बाकी महीनों में कभी 50 यूनिट से ज्यादा नहीं। ऐसे में अचानक 3841 यूनिट का आंकड़ा देखकर परिवार के होश उड़ गए।
अधिकारी बोले- तकनीकी गलती
जब भोयर परिवार ने 23 जुलाई को स्थानीय सहायक अभियंता संतोष खोब्रागडे से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि ये तकनीकी गलती है। अधिकारी ने कहा कि वे सिर्फ औसतन ₹1,000 का भुगतान करें, बाकी राशि अगले बिल में समायोजित कर दी जाएगी।
यह घटना महावितरण की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। सोचिए अगर भोयर परिवार शिकायत न करता तो शायद उन्हें 77 हजार का भारी बिल भरना पड़ता। ज़रूरी है कि हर उपभोक्ता अपने बिल को ध्यान से जांचे और किसी भी गड़बड़ी पर तुरंत बिजली विभाग से संपर्क करे।