Edited By Harman Kaur,Updated: 12 Jul, 2025 03:43 PM

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को स्कूली शिक्षा की गिरती गुणवत्ता पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने हाल ही में जारी 'परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024' का हवाला देते हुए कहा कि भारत में शिक्षा का स्तर कोविड काल से भी बदतर हो गया...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को स्कूली शिक्षा की गिरती गुणवत्ता पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने हाल ही में जारी 'परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024' का हवाला देते हुए कहा कि भारत में शिक्षा का स्तर कोविड काल से भी बदतर हो गया है और केंद्र सरकार इसकी अनदेखी कर रही है।
खड़गे ने दावा किया कि सर्वेक्षण में सामने आया है कि कक्षा 3 के 40% बच्चे अक्षरों की सही पहचान नहीं कर पा रहे हैं, जबकि कक्षा 6 के 44% बच्चे साधारण शब्दों का अर्थ भी नहीं समझ पा रहे हैं।
“एग्जाम वॉरियर्स से नहीं छिपेगी सच्चाई” – खड़गे
कांग्रेस प्रमुख ने सोशल मीडिया मंच 'X' (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि, “'परीक्षा पर चर्चा' और 'एग्जाम वॉरियर्स' जैसे प्रचार-प्रधान आयोजनों से शिक्षा की भयावह स्थिति नहीं छुपाई जा सकती। मोदी सरकार देश के भविष्य को लेकर पूरी तरह उदासीन है।”
उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा की मूलभूत जरूरतों पर ध्यान न देने के चलते बच्चों की सीखने की क्षमता में भारी गिरावट देखी जा रही है।
‘परख सर्वे’ से उजागर हुई जमीनी हकीकत
'परख' सर्वेक्षण शिक्षा मंत्रालय की निगरानी में साल 2024 में किया गया था। इसके आंकड़ों ने सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता की कमी की ओर इशारा किया है। शिक्षा विशेषज्ञों ने भी रिपोर्ट पर चिंता जताई है।