Edited By Anil dev,Updated: 28 Jun, 2021 03:28 PM
बेघर लोगों और भिक्षावृत्ति से जुड़े वालों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने के लिए हाल ही में अभियान चलाने वाले नवी मुंबई नगर निगम (एनएमएमसी) ने संभावित ‘सुपर-स्प्रेडर'' के टीकाकरण का अभियान शुरू किया है। नगर निकाय के प्रवक्ता महेंद्र कोंडे ने बताया कि नए...
नेशनल डेस्क: बेघर लोगों और भिक्षावृत्ति से जुड़े वालों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने के लिए हाल ही में अभियान चलाने वाले नवी मुंबई नगर निगम (एनएमएमसी) ने संभावित ‘सुपर-स्प्रेडर' के टीकाकरण का अभियान शुरू किया है। नगर निकाय के प्रवक्ता महेंद्र कोंडे ने बताया कि नए अभियान के पहले चरण में नवी मुंबई के विभिन्न मेडिकल स्टोर में काम करने वाले 250 लोगों को रविवार को आयोजित एक विशेष शिविर में टीका लगाया गया। ‘सुपर स्प्रेडर' उस व्यक्ति को कहा जाता है जिससे संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा हो। कोंडे ने कहा कि मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले लोग अक्सर बीमार व्यक्तियों सहित बड़ी संख्या में लोगों के संपर्क में आते हैं और इसलिए, एनएमएमसी ने उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने के लिए विशेष अभियान चलाया है।
अधिकारी ने बताया कि पहले चरण में नवी मुंबई के सानपाड़ा इलाके में मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले 169 पुरुषों और 81 महिलाओं को टीका लगाया गया। एनएमएमसी आयुक्त अभिजीत बांगर ने कहा कि मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले लोग कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया था।'' उन्होंने कहा कि एनएमएमसी जल्द ही होटल / रेस्तरां एवं पेट्रोल पंप में काम करने वालों, दूध समेत अन्य सामान घरों तक पहुंचाने वाले व्यक्तियों, ऑटो-रिक्शा एवं टैक्सी चालकों और थिएटरों में कार्यरत लोगों के टीकाकरण के लिए विशेष शिविर आयोजित करेगा। कोंडे ने कहा कि नागरिक निकाय विभिन्न खदानों के श्रमिकों का भी टीकाकरण कर रहा है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि 31 जुलाई तक नवी मुंबई के 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी नागरिकों को कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक खुराक लग जाए।'' उन्होंने बताया कि शहर में नागरिकों के लिए वर्तमान में 78 टीकाकरण केंद्र संचालित हैं। ॉ