Edited By Radhika,Updated: 08 Nov, 2025 06:32 PM

अगर आप डायबिटीज़ (मधुमेह), मोटापा, या कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और अमेरिका जाने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए बुरी ख़बर सामने आई है। US सरकार ने नई वीज़ा गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं वाले विदेशी नागरिकों को...
इंटरनेशनल डेस्क: अगर आप डायबिटीज़ (मधुमेह), मोटापा, या कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और अमेरिका जाने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए बुरी ख़बर सामने आई है। US सरकार ने नई वीज़ा गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं वाले विदेशी नागरिकों को अब अमेरिका में रहने के लिए वीज़ा मिलने में भारी मुश्किल हो सकती है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने शुक्रवार को दुनिया भर के अपने दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों को सख्त निर्देश दिए हैं। इस आदेश में साफ़ कहा गया है कि वीज़ा अधिकारी उन आवेदकों को अयोग्य मान सकते हैं, जिनके स्वास्थ्य को देखकर लगता है कि उन्हें भविष्य में अमेरिका में महंगी चिकित्सा देखभाल या सरकारी सहायता (Public Benefits) की ज़रूरत पड़ सकती है।

क्यों लिया गया यह फैसला?
ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इस नई गाइडलाइन का मुख्य मकसद सरकारी मेडिकल खर्चों का बोझ बढ़ने से रोकना है। प्रशासन नहीं चाहता कि स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे विदेशी नागरिक अमेरिका आएं और अंततः देश के सार्वजनिक लाभों पर निर्भर हो जाएं, जिससे टैक्सपेयर्स पर आर्थिक दबाव पड़े।
एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेश विभाग ने दूतावास अधिकारियों को भेजे पत्र में स्पष्ट किया है कि वीज़ा आवेदकों की सेहत, उम्र और आर्थिक स्थिति की अच्छी तरह से जांच की जाए। यदि किसी व्यक्ति को भविष्य में गंभीर या महंगी इलाज की ज़रूरत पड़ने की आशंका हो, तो उसे वीज़ा देने से मना किया जा सकता है।
यह आदेश ऐसे समय में आया है जब दुनिया की लगभग 10% आबादी डायबिटीज़ से पीड़ित है और हृदय संबंधी रोग वैश्विक स्तर पर मौत का प्रमुख कारण बने हुए हैं। इस नई नीति से दुनियाभर के लाखों लोगों का अमेरिका आने का सपना टूट सकता है।