Edited By Parveen Kumar,Updated: 08 Nov, 2025 09:23 PM

सुबह का समय हमारे जीवन का सबसे पवित्र और ऊर्जावान पल माना गया है। हमारे शास्त्रों और पुराणों में भी यह बताया गया है कि जो व्यक्ति सूर्योदय से पहले उठकर सूर्यदेव को नमन करता है, उसके जीवन में ऊर्जा, सकारात्मकता और सफलता बनी रहती है। संत प्रेमानंद जी...
नेशनल डेस्क: सुबह का समय हमारे जीवन का सबसे पवित्र और ऊर्जावान पल माना गया है। हमारे शास्त्रों और पुराणों में भी यह बताया गया है कि जो व्यक्ति सूर्योदय से पहले उठकर सूर्यदेव को नमन करता है, उसके जीवन में ऊर्जा, सकारात्मकता और सफलता बनी रहती है। संत प्रेमानंद जी महाराज ने हाल ही एक प्रवचन में कहा कि जो लोग देर तक सोते रहते हैं, वे अपने जीवन की कई प्राकृतिक और मानसिक शक्तियों को खोने लगते हैं।
महाराज के अनुसार, सूर्योदय के समय की सूर्य किरणें न केवल शरीर को नई ऊर्जा देती हैं, बल्कि रक्त संचार को भी संतुलित रखती हैं और मन को प्रसन्न बनाती हैं। लेकिन जब व्यक्ति इस समय सोता रहता है, तो प्रकृति का यह वरदान उससे छिन जाता है।
प्रेमानंद जी ने देर तक सोने के तीन प्रमुख नुकसान बताए
- व्यक्ति के चेहरे का प्राकृतिक तेज घटने लगता है। सुबह की ठंडी हवा और सूर्य की पहली किरणें शरीर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करती हैं, जिससे चेहरे पर एक अलग आभा रहती है। देर से उठने वालों में यह चमक धीरे-धीरे खो जाती है।
- शरीर का आकर्षण और ताजगी समाप्त होने लगती है। समय पर न उठने से शरीर में सुस्ती, भारीपन और थकान बनी रहती है, जिससे मानसिक स्थिरता भी प्रभावित होती है।
- आत्मविश्वास और कर्मशीलता कम होती जाती है। देर से उठने वाला व्यक्ति दिनभर भाग-दौड़ में रहता है, समय पर कार्य नहीं कर पाता और धीरे-धीरे उसकी कार्यक्षमता घटती जाती है।
महाराज का कहना है कि प्रातःकाल उठकर सूर्यदेव को नमन करने वाला व्यक्ति न केवल आध्यात्मिक रूप से ऊर्जावान रहता है, बल्कि उसका जीवन भी अनुशासन, तेज और सफलता से भर जाता है।