Edited By Rohini Oberoi,Updated: 16 Nov, 2025 11:04 AM

पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री (Punjabi Music Industry) से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। 150 से अधिक गायकों को फर्श से अर्श तक पहुंचाने वाले मशहूर गीतकार निम्मा लोहारका (Nimma Loharka) जिनका असली नाम निर्मल सिंह था का 48 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वह...
नेशनल डेस्क। पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री (Punjabi Music Industry) से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। 150 से अधिक गायकों को फर्श से अर्श तक पहुंचाने वाले मशहूर गीतकार निम्मा लोहारका (Nimma Loharka) जिनका असली नाम निर्मल सिंह था का 48 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वह बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे।
500 से अधिक गानों के रचयिता
निम्मा लोहारका के आकस्मिक निधन से पंजाबी संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। उन्होंने अपने करियर में 500 से भी अधिक यादगार गाने लिखे जिनकी बदौलत कई गायकों ने इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई।निम्मा का जन्म 1977 में अमृतसर की तहसील अजनाला के गांव लोहारका में हुआ था और उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव लोहारका में ही किया जाएगा।

कई सिंगर्स को बनाया सुपरस्टार
निम्मा लोहारका के लिखे गीतों ने दलजीत दोसांझ, अमरिंदर गिल, मलकीत सिंह, रविंदर गरेवाल, फिरोज खान, नछत्तर गिल और दिवंगत कुलविंदर ढिल्लों जैसे कई बड़े पंजाबी सिंगर्स के करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।उनका लिखा और कुलविंदर ढिल्लों का गाया गाना 'जदों पैंदी आ तरीक किसे जट्ट दी' आज भी पंजाबी संगीत के सबसे सदाबहार और अमर गीतों में गिना जाता है।

इंडस्ट्री से था गहरा मलाल
निधन से पहले एक इंटरव्यू में निम्मा लोहारका ने अपनी खराब आर्थिक स्थिति पर खुलकर बात की थी। उन्होंने बताया था कि उन्होंने कई कलाकारों को स्टार बनाया लेकिन उनके अंतिम समय में बहुत कम लोग उनकी मदद के लिए आगे आए। उन्हें इस बात का गहरा मलाल था कि म्यूजिक इंडस्ट्री अपना काम निकल जाने के बाद लोगों को बहुत जल्दी भूल जाती है। पंजाबी इंडस्ट्री के कई कलाकारों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।