‘सेन्यार’ चक्रवाती तूफान सक्रिय, IMD ने इन राज्यों में किया भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट

Edited By Updated: 24 Nov, 2025 08:01 PM

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बंगाल की खाड़ी में सक्रिय निम्न दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती तूफान ‘सेन्यार’ बन चुका है और यह हिंद महासागर की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, तूफान इसी हफ्ते दक्षिण भारत के समुद्र तटों से टकरा सकता है। इसके चलते समुद्र में ऊंची लहरें उठने की...

नेशनल डेस्कः बंगाल की खाड़ी में सक्रिय निम्न दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती तूफान ‘सेन्यार’ बन चुका है और यह हिंद महासागर की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, तूफान इसी हफ्ते दक्षिण भारत के समुद्र तटों से टकरा सकता है। इसके चलते समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना है। अंडमान निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा और तमिलनाडु में तेज हवाएं और भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। ध्यान देने वाली बात यह है कि ‘सेन्यार’ का मतलब शेर है और इस तूफान का नाम संयुक्त अरब अमीरात ने दिया है।

समुद्री तूफान क्या है और कैसे बनता है?
समुद्री तूफान या ट्रॉपिकल साइक्लोन, गर्म समुद्री जल के ऊपर बनने वाला मौसमी तूफान होता है। जब समुद्र का पानी 26 से 27 डिग्री सेल्सियस तापमान तक गर्म होता है, तो पानी भाप बनकर ऊपर उठता है और वहां निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है। इसके कारण हवाएं तेजी से घूमने लगती हैं और यह चक्रवात का रूप ले लेता है। चक्रवात के केंद्र में एक ‘आंख’ बनती है, जो अपेक्षाकृत शांत रहती है। आंख के चारों ओर की दीवार सबसे खतरनाक होती है, क्योंकि यहां हवाओं की गति सबसे अधिक होती है और भारी बारिश होती है।

तूफानों के नाम और वैश्विक भिन्नता
दुनिया के विभिन्न महासागरों में बनने वाले तूफानों के नाम अलग-अलग होते हैं। हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी में उठने वाले तूफानों को भारत में समुद्री तूफान या चक्रवाती तूफान कहा जाता है। अटलांटिक महासागर और पूर्वी प्रशांत महासागर में उठने वाले तूफानों को हैरिकेन (Hurricane) और पश्चिमी प्रशांत महासागर में बनने वाले तूफानों को टाइफून (Typhoon) कहा जाता है।

हवा की गति के अनुसार तूफानों की श्रेणियांभारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) तूफानों को हवाओं की गति के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बांटता है। अगर हवाओं की गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा से कम हो तो इसे डिप्रेशन कहा जाता है, जिससे हल्की बारिश होती है। 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की गति वाली हवाओं के साथ बनने वाले तूफान को डीप डिप्रेशन कहा जाता है, जो भारी बारिश लाता है। 60 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा की गति वाली हवाओं वाला तूफान चक्रवाती तूफान कहलाता है और इससे मामूली नुकसान हो सकता है।

जब हवाओं की गति 90 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा हो, तो यह गंभीर चक्रवाती तूफान कहलाता है, जिससे जान-माल का नुकसान संभव है। 120 से 220 किलोमीटर प्रति घंटा की गति वाली हवाओं वाला तूफान अति गंभीर चक्रवाती तूफान कहलाता है और यह विनाशकारी होता है। वहीं, 220 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक गति वाली हवाओं वाला तूफान सुपर साइक्लोन कहलाता है, जो अत्यधिक विनाशकारी साबित होता है।

तूफानों का नामकरण कैसे होता है?
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के तहत 13 देशों ने तूफानों के नामकरण के लिए पैनल बनाया है। इनमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, थाईलैंड, ओमान, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन शामिल हैं। ये देश मिलकर नामों की लिस्ट तैयार करते हैं, जो हर 5–10 साल में अपडेट होती रहती है। वर्तमान में 169 नामों की सूची WMO के पास मौजूद है।

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