Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Jun, 2022 09:46 AM
महाराष्ट्र सरकार पर संकट के बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार ने आपात बैठक बुलाई है। वहीं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे समेत क़ुल 13 विधायक सूरत पहुंचे है। वहीं इससे पहले शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को आगामी राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा करने के...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र सरकार पर संकट के बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार ने आपात बैठक बुलाई है। वहीं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे समेत क़ुल 13 विधायक सूरत पहुंचे है। वहीं इससे पहले शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को आगामी राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा करने के लिए एक बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने कहा कि ओवैसी ने औरंगाबाद सांसद इम्तियाज जलील को इसमें पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रतिनियुक्त किया।
वहीं, ओवैसी ने इस तरह के निमंत्रण के लिए पवार को धन्यवाद दिया और बैठक में एआईएमआईएम का प्रतिनिधित्व करने के लिए औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील को प्रतिनियुक्त किया।
राकांपा, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में राजग के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर आम सहमति बनाने के लिए 15 जून को नई दिल्ली में एक बैठक की थी। कई विपक्षी दलों के नेताओं ने पवार से राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार बनने का आग्रह किया था, लेकिन पवार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक में इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।
पवार द्वारा प्रस्ताव को अस्वीकार करने के बाद, बनर्जी ने बाद में फारूक अब्दुल्ला और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी के नाम संभावित विपक्षी उम्मीदवारों के तौर पर सुझाए। गोपालकृष्ण गांधी ने सोमवार को विपक्षी नेताओं के राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया, जबकि अब्दुल्ला ने पहले भी इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होना है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।