Edited By rajesh kumar,Updated: 26 Sep, 2021 02:29 PM
महाराष्ट्र के एक दंपती ने अपने बेटे की एक सड़क दुर्घटना में मौत होने के बाद मुआवजे के रूप में मिलने वाली 27.30 लाख रूपये की राशि का इस्तेमाल गरीब एवं जरूरतमंद आदिवासी बच्चों को शिक्षा एवं अन्य सुविधाएं देने के लिए करने का मन बनाया है।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के एक दंपती ने अपने बेटे की एक सड़क दुर्घटना में मौत होने के बाद मुआवजे के रूप में मिलने वाली 27.30 लाख रूपये की राशि का इस्तेमाल गरीब एवं जरूरतमंद आदिवासी बच्चों को शिक्षा एवं अन्य सुविधाएं देने के लिए करने का मन बनाया है। ठाणे मोटर दुर्घटना दावा प्राधिकरण ने शुक्रवार को उनके आवेदन पर सुनवाई की जिसमें 30 जून 2018 को हुई उनके 21 वर्षीय बेटे की मौत के एवज में 50 लाख रूपये के मुआवजे की मांग की गई थी।
युवक की मौत मुंबई में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर भांडुप इलाके में हुई थी। उसकी कार रोड डिवाइडर से टकराकर सड़क की दूसरी ओर गिर गई थी और सामने से आ रहे कंटेनर ट्रक से उसकी आमने-सामने की टक्कर हो गई थी। युवक के माता-पिता को कार के बीमाकर्ता की ओर से 27.30 लाख रूपये का मुआवजा देने पर सहमति बनी। दंपती के अधिवक्ता ने बताया कि उन्होंने बेटे की याद में एक न्यास बनाया है और मुआवजा राशि का उपयोग गरीब एवं जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा तथा खेल गतिविधियों में करने का फैसला किया है।