Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Jun, 2025 12:09 PM

सोने की कीमतों में हाल ही में आई गिरावट उन लोगों के लिए अच्छी खबर बन सकती है जो लंबे समय से खरीदारी का इंतजार कर रहे थे। 10 जून को देश के कई शहरों में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने की दरों में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं दूसरी ओर, चांदी की कीमतों...
नेशनल डेस्क: सोने की कीमतों में हाल ही में आई गिरावट उन लोगों के लिए अच्छी खबर बन सकती है जो लंबे समय से खरीदारी का इंतजार कर रहे थे। 10 जून को देश के कई शहरों में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने की दरों में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं दूसरी ओर, चांदी की कीमतों में आज तेजी देखी गई है। इस बदलाव ने निवेशकों और आम ग्राहकों की दिलचस्पी को फिर से बढ़ा दिया है।
देशभर में सोने की ताज़ा कीमतें (10 जून 2025)
गुड रिटर्न्स वेबसाइट के अनुसार, आज 10 जून को 24 कैरेट सोना 97,680 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 89,540 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से कारोबार कर रहा है। नीचे कुछ प्रमुख शहरों के सोने के लेटेस्ट रेट दिए जा रहे हैं —
शहर |
22 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
24 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
मुंबई |
₹89,540 |
₹97,680 |
दिल्ली |
₹89,690 |
₹97,830 |
बेंगलुरू |
₹89,540 |
₹97,680 |
चेन्नई |
₹89,540 |
₹97,680 |
पुणे |
₹89,540 |
₹97,680 |
अहमदाबाद |
₹89,540 |
₹97,730 |
कोलकाता |
₹89,540 |
₹97,680 |
हैदराबाद |
₹89,540 |
₹97,680 |
चांदी की चमक बढ़ी
सोने में जहां गिरावट आई है वहीं चांदी की कीमतों में आज बढ़त देखी गई है। 10 जून को चांदी ₹1,08,100 प्रति किलो पर कारोबार कर रही है। ये तेजी घरेलू और वैश्विक बाजार में बढ़ती मांग की वजह से देखने को मिली है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर सेक्टर में चांदी की मांग बढ़ने से इसके दामों में इज़ाफा हो रहा है।
क्या यही है खरीदारी का सही समय?
सोने की कीमतों में गिरावट को देखते हुए यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या अब सोना खरीदने का सही वक्त है? विशेषज्ञों की मानें तो अगर आप दीर्घकालिक निवेश के लिए सोच रहे हैं तो यह समय आपके लिए अनुकूल हो सकता है। शादी-ब्याह या त्योहारी सीजन में अक्सर सोने की कीमतें चढ़ जाती हैं। ऐसे में अगर अभी थोड़ा सस्ता मिल रहा है तो खरीददारी समझदारी भरा कदम हो सकता है।
क्या कारण हैं सोने-चांदी के दाम में उतार-चढ़ाव के?
सोने और चांदी की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं:
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डॉलर और रुपये के बीच विनिमय दर
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी की चाल
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कच्चे तेल की कीमतें
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सीमा शुल्क और टैक्स
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वैश्विक तनाव या राजनीतिक अस्थिरता
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घरेलू मांग और खरीदारी का सीजन
इन सभी बातों का असर रोजाना सोने-चांदी के दाम पर पड़ता है।
भारतीयों के लिए सिर्फ धातु नहीं, भावना है सोना
भारत में सोना सिर्फ एक धातु नहीं बल्कि परंपरा, समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है। शादियों, त्योहारों और धार्मिक कार्यों में इसकी अहम भूमिका होती है। यही वजह है कि चाहे दाम ऊपर जाएं या नीचे, सोने की मांग बनी रहती है।
आज भी सोना निवेश के लिहाज से सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक माना जाता है। शेयर बाजार की अस्थिरता, मुद्रास्फीति और वैश्विक उथल-पुथल के बीच सोना अपेक्षाकृत स्थिर और भरोसेमंद संपत्ति साबित हुआ है।