Edited By Anu Malhotra,Updated: 06 Aug, 2025 01:53 PM

उत्तर प्रदेश में एक नए युग की शुरुआत होने वाली है, जहां जल्द ही एक अत्याधुनिक और विस्तारशील शहर का निर्माण होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत मुरादनगर क्षेत्र के 20 गांवों को जोड़कर ‘ग्रेटर गाजियाबाद’ नामक नया शहर बसाया जाएगा, जिसमें कुल 175...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश में एक नए युग की शुरुआत होने वाली है, जहां जल्द ही एक अत्याधुनिक और विस्तारशील शहर का निर्माण होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत मुरादनगर क्षेत्र के 20 गांवों को जोड़कर ‘ग्रेटर गाजियाबाद’ नामक नया शहर बसाया जाएगा, जिसमें कुल 175 वार्ड होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद यह योजना तेजी से आकार ले रही है और इसके लिए जिला प्रशासन सहित कई विभाग मिलकर काम कर रहे हैं।
नए शहर की योजना और क्षेत्र विस्तार
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य केवल शहर का विस्तार नहीं, बल्कि रोजगार के अवसरों का सृजन और बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था सुनिश्चित करना भी है। ग्रेटर गाजियाबाद के निर्माण के लिए मुरादनगर के साथ-साथ खोड़ा, लोनी, डासना नगर पंचायत के क्षेत्र भी शामिल होंगे। प्रारंभ में 13 गांवों को जोड़ने की योजना थी, लेकिन हाल ही में हुए सर्वे में लगभग 20 गांव इस योजना में सम्मिलित किए जाने का प्रस्ताव है।
प्रशासनिक व्यवस्था और मास्टर प्लान
ग्रेटर गाजियाबाद को कमिश्नरेट सिस्टम के तहत प्रबंधित किया जाएगा, जहां इसका संचालन सचिव स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में होगा। इसके अतिरिक्त, शहर को तीन ज़ोन में बांटा जाएगा, जिनके प्रभारी भी आईएएस अधिकारी होंगे। इस व्यवस्था से स्थानीय प्रशासन को मजबूत और प्रभावी बनाने की कोशिश की जा रही है।
2031 के मास्टर प्लान के तहत गाजियाबाद, लोनी, मुरादनगर और मोदी नगर को पहले ही शामिल किया जा चुका है। अब इस नए शहर की सीमा सड़क मार्ग के आधार पर निर्धारित की जा रही है, जिससे क्षेत्र का समुचित विकास सुनिश्चित किया जा सके। जिला प्रशासन द्वारा नई सीमा निर्धारण की रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिसमें शामिल क्षेत्रों और उनकी विस्तृत जानकारी भी संकलित की जा रही है।
क्या है आगे की योजना?
सभी संबंधित विभागों ने सर्वे कार्य पूरा कर लिया है और रिपोर्ट अंतिम चरण में है। इसके बाद सीमा निर्धारण और प्रशासनिक ढांचे के अंतिम नक्शे तैयार किए जाएंगे। इसके साथ ही, इस नए शहर में बेहतर अवसंरचना, आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों का विकास भी प्राथमिकता होगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिल सकेंगे और क्षेत्र की समग्र उन्नति होगी।