एचएफसीएल का चौथी तिमाही मुनाफा कई गुणा बढ़कर 86 करोड़ रुपये हुआ

Edited By Updated: 11 May, 2021 12:15 AM

pti state story

नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) दूरसंचार गीयर बनाने वाली घरेलू कंपनी एचएफसीएल ने सोमवार को कहा कि मार्च में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान उसका एकीकृत शुद्ध लाभ कई गुणा बढ़कर 86.47 करोड़ रुपये हो गया।

नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) दूरसंचार गीयर बनाने वाली घरेलू कंपनी एचएफसीएल ने सोमवार को कहा कि मार्च में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान उसका एकीकृत शुद्ध लाभ कई गुणा बढ़कर 86.47 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने इससे पिछले साल इसी तिमाही में 8.7 करोड रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंनी ने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल कारोबारी गतिविधियां ऊंची रही हैं। पिछले साल की आखिरी तिमाही में महामारी के कारण कारोबार कमजोर रहा।
एचएफसीएल के प्रबंध निदेशक महेन्द्र नाहटा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘परियोजनाओं के कार्य बेहतर ढंग से पूरा होने और आप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) की ऊंची मांग से वृद्धि को समर्थन मिला है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना, भारतनेट से होने वाला कारोबार, 5जी की शुरुआत, आप्टिकल फाइबर और ओएफसी की मांग से आने वाले समय में कारोबार की दिशा तय होगी।
नाहटा ने कहा, ‘‘अगले पांच साल भारत में दूरसंचार कंपनियों के लिये अच्छे कारोबारी अवसर लेकर आयेंगे। उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना की घोषणा अच्छी है और हम भी इस योजना का लाभ उठाने के बारे में देख रहे हैं।’’
आलोच्य तिमाही के दौरान एचएफसीएल का एकीकृत राजस्व दोगुनु से अधिक होकर 1,391.4 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले इसी अवधि में यह 663.19 करोड़ रुपये रहा था।
वर्ष 2020- 21 में एचएफसी का एकीकृत शुद्ध लाभ 3.7 प्रतिशत बढ़कर 246.24 करोड़ रुपये हो गया जो कि एक साल पहले 237.33 करोड़ रुपये रहा था। सालाना एकीकृत राजस्व 15.2 प्रतिशत बढ़कर 4,422.96 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो कि इससे पिछले साल 2019- 20 में 3,838.91 करोड़ रुपये रहा था।

यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!