Edited By PTI News Agency,Updated: 26 Jun, 2022 04:19 PM
नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने वित्त वर्ष 2022-23 में खुदरा, एमएसएमई, कॉरपोरेट और कृषि क्षेत्र में अग्रिम को बढ़ावा देने का लक्ष्य तय किया है।
नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने वित्त वर्ष 2022-23 में खुदरा, एमएसएमई, कॉरपोरेट और कृषि क्षेत्र में अग्रिम को बढ़ावा देने का लक्ष्य तय किया है।
आईओबी ने सतत एवं लक्षित प्रयासों के जरिये अपने बहीखाते में तनावग्रस्त संपत्तियों को काफी हद तक कम कर दिया है। इस वजह से अब बैंक का अग्रिम वृद्धि पर जोर होगा।
बैंक ने वित्त वर्ष 2021-22 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि बेहतर ऋण मांग और मजबूत बही के कारण भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के दृष्टिकोण में सुधार होता दिख रहा है।
आईओबी का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष में दोगुना होकर 1,709 करोड़ रुपये हो गया था, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 831 करोड़ रुपये था। बैंक ने कहा कि बेहतर ऋण मांग और मजबूत बही से उसे मदद मिली है।
बैंक ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) की संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार जारी है, हालांकि कुछ ऋणों को महामारी के संदर्भ में आरबीआई की योजनाओं के तहत पुनर्गठित किया गया है।
बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पार्थ प्रतिम सेनगुप्ता ने शेयरधारकों को दिए गए अपने संबोधन में कहा, ‘‘इंडियन ओवरसीज बैंक का लक्ष्य खुदरा, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई), कॉरपोरेट और कृषि ऋणों में एक समान वृद्धि के साथ चालू वित्त वर्ष में अग्रिमों को बढ़ाना है।’’
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