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कर्नाटक कांग्रेस की राजनीति में मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कांग्रेस पार्टी के भीतर एक आंतरिक राजनीतिक संकट विकसित हो रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री...
भारत में अपराधों की जांच और न्यायिक प्रक्रिया में वाहन अक्सर महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं। कार, मोटरसाइकिल, ट्रक या अन्य साधन...
डेरेक ओ ब्रायन : यह पहली बार है, जब हम कुछ ऐसा कर रहे हैं। धन्यवाद सिद्धार्थ।
स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक और पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारीलाल नंदा अपनी सादगी और विनम्रता के लिए पहचाने जाते थे। वह 2 बार देश के अंतरिम प्रधानमंत्री भी...
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भारत इस समय एक ऐसी चुनौती का सामना कर रहा है जो दिखने में व्यक्तिगत लग सकती है, लेकिन असल में यह एक गहरी सामाजिक, आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी समस्या है। नशीले पदार्थों का बढ़ता सेवन केवल स्वास्थ्य संकट नहीं है। यह हमारे युवाओं की ऊर्जा, परिवारों की स्थिरता और देश की भविष्य की संभावनाओं पर एक गहरा आघात है। इस विषय को लेकर केंद्र्र सरकार ने समय पर गंभीरता दिखाई है और बीते कुछ वर्षों में इसे रोकने की दिशा में अनेक ठोस कदम उठाए हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार ने जाति जनगणना प्रक्रिया की औपचारिक घोषणा कर दी है। घोषित कार्यक्रम से स्पष्ट है कि प्रक्रिया लम्बी चलेगी और भावी राजनीति पर दूरगामी असर डालेगी। भारत सरकार की घोषणा के मुताबिक अप्रैल से सितम्बर, 2026 तक घरों को सूचीबद्ध किया जाएगा। उसके बाद लोगों की गिनती होगी। दरअसल जाति जनगणना दो चरणों में होगी। एक अक्तूबर, 2026 से पहले चरण में पहाड़ी राज्यों ( जम्मू-कश्मीर,लद्दाख,हिमाचल और उत्तराखंड) में जनगणना होगी। दूसरे चरण में एक मार्च, 2027 से शेष सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने सोचा कि आई.पी.एल. के 2025 संस्करण में आर.सी.बी. की जीत से उसे राजनीतिक लाभ मिलेगा। जबकि यह दुर्भाग्यपूर्ण साबित हुआ। यदि मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री ने अपने पद का त्याग करके इस्तीफा दे दिया होता तो इससे छुटकारा मिल सकता था।
इस तथ्य से उत्पन्न उत्साह कि हम अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और कुछ वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं तथा 2047 तक विकसित देश बनने का लक्ष्य रखते हैं, को वास्तविकता की जांच की आवश्यकता है।
सरी (कनाडा) में आयोजित हो रहा जी-7 शिखर सम्मेलन विभिन्न दृष्टिकोणों से बहुत महत्वपूर्ण है। आज विश्व जहां व्यापार प्रतिबंधों और व्यापार युद्धों के कारण अनिश्चितता से भरा हुआ है, वहीं दुनिया भर में चल रहे युद्ध भी मानवता के लिए गहरी चिता का कारण हैं। ऐसी परिस्थितियों में विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में देश की जब बागडोर संभाली तो भारत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा था। एक ऐसा देश जहां उम्मीदें तो थीं, लेकिन उनकी पूर्ति की दिशा स्पष्ट नहीं थी। लेकिन पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने जिस दिशा और गति से विकास की अपनी यात्रा तय की है, वह आज दुनिया के सामने 'न्यू इंडिया' के रूप में खड़ा है।
जिसमें ट्रम्प भी शामिल हैं, जिन्होंने पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से पढ़ाई की थी। 2024 के पहले कुछ महीनों में, ट्रम्प प्रशासन ने प्रमुख कालेजों और विश्वविद्यालयों से संघीय निधि को हटाने के लिए आक्रामक रूप से कदम उठाया है। 10 मार्च को, प्रशासन ने हार्वर्ड, कोलंबिया, एन.वाई.यू. 60 अन
लोकतंत्रों वंचितों और अल्पवंचितों तक सेवाओं और सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित करने में उच्च मानकों पर खरे उतरें। भारत में यह कसौटी और भी कठोर है। कोई भी नारा बिना उद्देश्य के और कोई भी दावा बिना परिणाम के नहीं टिकता। वास्तविक बदलाव का फायदा समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए, क्योंकि हमारे लोकतंत्र में, अंत्योदय (समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान) के लिए वोट किया जाता है।
एक ओर दुनिया में कई अंतर्राष्ट्रीय समीकरण बदल रहे हैं। दूसरी ओर दुनिया का सबसे शक्तिशाली बल्कि दारोगा कहलाने वाला देश खुद आपसी कलह और निजी होड़ की तपिश झेल रहा है। क्या इसके मायने ये हैं कि इन सबके लिए राष्ट्रपति ट्रम्प ही जिम्मेदार हैं या बिजनेसमैन ट्रम्प? यह प्रश्न खुद अमरीकियों के लिए बड़ी पहेली और उससे ज्यादा अमरीका की खनक और धमक भरे भविष्य को लेकर परेशानी का सबब बना हुआ है।
बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है क्योंकि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार है और इस साल अक्तूबर-नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों में कम से कम 35-40 सीटों पर दावा ठोक सकती है। चिराग का लक्ष्य पार्टी के पिछले गौरव को बहाल करना और राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करना है।
भूमध्यसागर के तट पर स्थित, प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर, पहाडिय़ों के बीच और ऐतिहासिक राजघराने की धरोहर समेटे 2.08 किलोमीटर में बसा मोनाको दुनिया में वैटिकन के बाद दूसरा सबसे छोटा देश है। कान्स फिल्म समारोह की गहमागहमी के दौरान एक दिन की यात्रा पर यहां पहुंचे तो एक अलग ही संसार के दर्शन हुए। इसके बारे में जो सुना और पढ़ा था, उससे भी अधिक दिलचस्प यह क्षेत्र है।
भारत -पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष पर अपने रुख को लेकर सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस अंधेरे में टटोलती और तिनके का सहारा लेती दिख रही है। इसके नेताओं द्वारा अपनाए गए विरोधाभासी रुख से पार्टी की विश्वसनीयता और कम हो रही है और इसके सदस्यों और समर्थकों में भ्रम फैल रहा है।
हर बार जब आप अन्य साधनों की बजाय रेलगाड़ी से यात्रा करने का चयन करते हो तो आप केवल आराम और सहूलियतें ही नहीं चुन रहे होते बल्कि आप एक स्वच्छ, हरे-भरे भारत को भी चुनते हैं। पिछले साल 700 करोड़ से अधिक लोगों ने भारतीय रेलवे में यात्रा करने का चयन किया। यह हमारी लाइफलाइन है और कल के लिए एक हरित वायदा ह
साइगोन के पतन के बाद राजनीतिक अत्याचार की आशंका के चलते दक्षिण वियतनाम से हजारों लोगों ने पलायन किया। आधुनिक इतिहास में समुद्री मार्ग द्वारा शरण लेने वालों का यह सबसे बड़ा पलायन था और इन लोगों को ‘वोट पीपुल’ का नाम दिया गया।
22 अप्रैल को पाकिस्तान के पाले हुए आतंकवादियों द्वारा ‘पहलगाम’ में 26 ङ्क्षहदू पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत जहां आतंकियों के अनेक ठिकानों को तबाह कर दिया, वहीं सुरक्षा बलों ने अब जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों और उनके मददगारों को ढूंढ निकालने और उनकी गिरफ्तारी का अभियान भी तेज कर दिया है।
देश में आम लोगों की जिंदगी का कोई मोल नहीं है। कम से कम सरकारों और राजनीतिक दलों की नजर में तो बिल्कुल नजर नहीं आता। मुद्दा यदि वोट बैंक से जुड़ा हुआ हो, तभी राजनीतिक दल कुछ गंभीरता बेशक दिखा लें किन्तु लोगों के जीवन-मरण जैसे मुद्दों से लगता यही है कि उनका कोई सरोकार नहीं रह गया है।
मेष- आज आपका दिन मिश्रित परिणामों वाला रहेगा। कामकाजी जीवन में चुनौतियां आ सकती हैं, लेकिन आपकी मेहनत रंग लाएगी। रि
वृष- आज आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। काम में उन्नति के संकेत हैं और धन लाभ भी हो सकता है। पारिवारिक जीवन में भी सुख-शांति रहेगी।
मिथुन- आज आपको सफलता के लिए थोड़ी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। कार्यों में व्यस्तता रहेगी, लेकिन किसी भी स्थिति में हिम्मत नहीं हारें।
कर्क- आज आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कामकाजी जीवन में सफलता के अवसर मिलेंगे, विशेषकर उन कार्यों में जिनमें आप रुचि रखते हैं।
सिंह- आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहेगा। विशेषकर करियर में आपको उन्नति मिल सकती है। नए अवसर सामने आ सकते हैं।
कन्या- आज आपको अपने काम में संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है। कोई अप्रत्याशित घटना हो सकती है, जो आपको मानसिक तनाव दे सकती है।
तुला- आज आपका दिन मिश्रित रहेगा। कामकाजी जीवन में थोड़ी उलझन हो सकती है, लेकिन सही मार्गदर्शन से आप सभी समस्याओं को हल कर सकते हैं।
वृश्चिक- आज आपका दिन शुभ रहेगा। कार्यों में सफलता मिलेगी और आप अपनी मेहनत का फल पाएंगे। परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा।
धनु- आज आपके लिए बहुत अच्छा दिन हो सकता है। करियर में सफलता के साथ-साथ किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत हो सकती है। सामाजिक जीवन भी बेहतर रहेगा
मकर- आज का दिन थोड़ा संघर्षपूर्ण हो सकता है। काम में कठिनाइयां आएंगी लेकिन आप अपने धैर्य और मेहनत से उन्हें पार कर पाएंगे।
कुम्भ- आज आपका दिन अच्छा रहेगा। आप अपने काम में उत्साह और परिश्रम से आगे बढ़ेंगे। जीवनसाथी और परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा।
मीन- आज का दिन आपके लिए बहुत ही सकारात्मक रहेगा। काम में सफलता और खुशियां मिलने के संकेत हैं। आप अपने लक्ष्य के करीब पहुंच सकते हैं।
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08/07/2025 18:30 IST
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