Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 May, 2025 01:28 PM

भारतीय शेयर बाजारों में 13 मई को तेज गिरावट देखने को मिली। सोमवार की ऐतिहासिक रैली के बाद मंगलवार को निवेशकों ने मुनाफावसूली का रुख अपनाया, जिससे बाजार दबाव में आ गया। बीएसई सेंसेक्स 1253 अंक या 1.52% टूटकर 81,176 के स्तर तक पहुंचा, जबकि निफ्टी 319...
बिजनेस डेस्कः भारतीय शेयर बाजारों में 13 मई को तेज गिरावट देखने को मिली। सोमवार की ऐतिहासिक रैली के बाद मंगलवार को निवेशकों ने मुनाफावसूली का रुख अपनाया, जिससे बाजार दबाव में आ गया। बीएसई सेंसेक्स 1253 अंक या 1.52% टूटकर 81,176 के स्तर तक पहुंचा, जबकि निफ्टी 319 अंक गिरकर 24,605 पर आ गया।
शेयर बाजार में आज की गिरावट के 3 मुख्य कारण.....
मुनाफावसूली का असर
सोमवार 12 मई को सेंसेक्स करीब 3,000 अंक चढ़कर बंद हुआ था, जो 4 वर्षों की सबसे बड़ी एकदिनी तेजी थी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस असाधारण उछाल के बाद मुनाफावसूली का आना स्वाभाविक था। यह गिरावट सामान्य ट्रेडिंग का हिस्सा मानी जा रही है, न कि घबराहट से हुई बिकवाली।
IT शेयरों में दबाव
सोमवार को अमेरिका-चीन व्यापार डील के सकारात्मक संकेतों के चलते आईटी शेयरों में जबरदस्त तेजी आई थी लेकिन मंगलवार को निफ्टी आईटी इंडेक्स में 1% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। विश्लेषकों के अनुसार, यह गिरावट ट्रेंड रिवर्सल नहीं बल्कि शॉर्ट-टर्म मुनाफावसूली का नतीजा है।
वैश्विक अनिश्चितता और दबाव
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी, अमेरिकी डॉलर की मजबूती और सीमित संस्थागत निवेश ने बाजार की धारणा को कमजोर किया। इसके अलावा, भारत-पाकिस्तान सीजफायर की घोषणा के बावजूद सीमा पर जारी हलचल और अमेरिका का डाउ फ्यूचर्स गिरावट में ट्रेड करता दिखा, जिससे निवेशक सतर्क हो गए।