Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Dec, 2022 01:36 PM
चीन में अनियंत्रित कोविड का अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा असर देखने को मिला है। विश्व बैंक का अनुमान है कि चीन की अर्थव्यवस्था में ग्रोथ पिछले अनुमानों से भी काफी कम रह सकती है। विश्व बैंक ने आज चीन को लेकर अपने ग्रोथ के अनुमानों में तेज कटौती की है।
नई दिल्लीः चीन में अनियंत्रित कोविड का अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा असर देखने को मिला है। विश्व बैंक का अनुमान है कि चीन की अर्थव्यवस्था में ग्रोथ पिछले अनुमानों से भी काफी कम रह सकती है। विश्व बैंक ने आज चीन को लेकर अपने ग्रोथ के अनुमानों में तेज कटौती की है। रिपोर्ट के मुताबिक महामारी के साथ-साथ प्रॉपर्टी मार्केट में आई कमजोरी ने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को तगड़ा नुकसान पहुंचाया है। एक बयान में विश्व बैंक ने इस साल के लिए चीन की आर्थिक ग्रोथ का अनुमान घटाकर 2.7 प्रतिशत कर दिया है। जून के अनुमानों में 4.3 प्रतिशत की ग्रोथ रहने की उम्मीद जताई गई थी। विश्व बैंक ने इसके साथ ही अगले साल के ग्रोथ अनुमान को 8.1 प्रतिशत से घटकार 4.3 प्रतिशत कर दिया है।
ग्रोथ को लेकर विश्व बैंक के ताजा अनुमान चीन के अपने ग्रोथ अनुमानों से काफी कम है। चीन की सरकार ने अनुमान दिया था कि साल 2022 के लिए चीन की आर्थिक ग्रोथ 5.5 प्रतिशत रहेगी। हालांकि अधिकांश जानकार मान रहे हैं कि इस आंकड़े को पाना अब संभव नहीं है। विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन पर महामारी में आ रहे उतार-चढ़ाव का सीधा असर देखने को मिल रहा है और रिकवरी में स्थिरता न होने से ग्रोथ में सुस्ती बनी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस साल वास्तविक जीडीपी 2.7 प्रतिशत पर रह सकती है और अर्थव्यवस्था खुलने के साथ साल 2023 में ये 4.3 प्रतिशत पर पहुंच सकती है। महमारी की शुरुआत के बाद से सख्त कोविड नीतियों को इसी महीने चीन ने नरम किया है। इन सख्त नीतियों का अर्थव्यवस्था पर बेहद बुरा असर पड़ा है।
पिछले हफ्ते ही आईएमएफ ने भी संकेत दिए हैं कि वो चीन की ग्रोथ अनुमानों को घटा सकता है। अक्टूबर के महीने में ही फंड ने इस साल के लिए चीन के ग्रोथ अनुमान को घटाकर 3.2 प्रतिशत कर दिया था, जो कि पिछले 10 साल की सबसे कम ग्रोथ आंकड़ा है। वहीं आईएमएफ ने अनुमान दिया था कि अगले साल चीन की अर्थव्यवस्था 4.4 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। हाल ही में आईएमएफ ने कहा था कि वो चीन के लिए 2022 और 2023 के ग्रोथ अनुमानों को घटा सकता है।