Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Jul, 2025 05:06 PM

एमके वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड (Emkay Wealth Management) की रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना फिलहाल "कंसोलिडेशन फेज" में है यानी दाम स्थिर हैं। आमतौर पर यह उस स्थिति का संकेत होता है जब सोने की कीमतों में आगे
बिजनेस डेस्कः एमके वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड (Emkay Wealth Management) की रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना फिलहाल "कंसोलिडेशन फेज" में है यानी दाम स्थिर हैं। आमतौर पर यह उस स्थिति का संकेत होता है जब सोने की कीमतों में आगे चलकर अच्छी तेजी आ सकती है। आने वाले समय में सोने की कीमतों के लिए दो फैक्टर बड़ा रोल निभाएंगे। इनमें यूएस फेडरल का रेट कट और डॉलर इंडेक्स का मूवमेंट अहम होगा।
अभी क्या चल रहा है?
रिपोर्ट के अनुसार, बीते हफ्तों में डॉलर मजबूत रहा और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी हुई, जिससे सोने पर दबाव पड़ा। शुक्रवार को सोने की कीमत $3,330 प्रति औंस तक पहुंच गई, क्योंकि दुनिया में व्यापार को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है। यह लगातार तीसरा कारोबारी सत्र रहा जब सोने के दाम बढ़े, क्योंकि निवेशकों ने बढ़ते ट्रेड टेंशन और नई नीतिगत अनिश्चितताओं के बीच सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की ओर रुख किया।
ट्रंप की टैरिफ नीति का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा समेत कई देशों के आयात पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इससे वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ा है और निवेशक सेफ-हैवन यानी सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
क्या फेड दरें घटाएगा?
- ट्रंप फेड से 300 बेसिस पॉइंट की भारी रेट कट की मांग कर चुके हैं।
- विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल के अंत तक फेड 1–2 बार रेट कट कर सकता है।
डॉलर इंडेक्स कमजोर हो सकता है
- अभी डॉलर इंडेक्स 97.00 पर है, जो बीते 6 महीनों में 10% तक गिर चुका है।
- अगर फेड दरें घटाता है, तो डॉलर और कमजोर हो सकता है जिससे सोने की कीमतों को सपोर्ट मिलेगा।