Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Sep, 2025 06:02 PM

सोमवार को घरेलू वायदा बाजार में सोना और चांदी दोनों ही फिसल गए। रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद निवेशकों की मुनाफावसूली और अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिले कमजोर संकेतों ने इनकी कीमतों पर दबाव डाला। एमसीएक्स पर अक्टूबर डिलीवरी वाला सोना ₹606 यानी 0.56%...
बिजनेस डेस्कः सोमवार को घरेलू वायदा बाजार में सोना और चांदी दोनों ही फिसल गए। रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद निवेशकों की मुनाफावसूली और अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिले कमजोर संकेतों ने इनकी कीमतों पर दबाव डाला। एमसीएक्स पर अक्टूबर डिलीवरी वाला सोना ₹606 यानी 0.56% टूटकर ₹1,07,122 प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इससे पहले शुक्रवार को यह ₹1,07,807 प्रति 10 ग्राम के अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा था। वहीं, दिसंबर डिलीवरी वाले सोने का भाव ₹612 गिरकर ₹1,08,176 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का हाल
Comex पर दिसंबर डिलीवरी वाला गोल्ड फ्यूचर्स 0.68% गिरकर USD 3,628.35 प्रति औंस पर आ गया। शुक्रवार को यह USD 3,655.50 प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर पर था। स्पॉट गोल्ड USD 3,584.40 प्रति औंस तक फिसल गया। कॉमेक्स सिल्वर फ्यूचर्स 0.7% गिरकर USD 41.26, और स्पॉट सिल्वर 0.88% टूटकर USD 40.64 प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी।
क्यों आई गिरावट
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ रिसर्च विश्लेषक जिगर त्रिवेदी के मुताबिक, चीन का सेंट्रल बैंक (PBoC) लगातार 10वें महीने अपने गोल्ड रिजर्व में इजाफा कर रहा है। यह कदम अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। अगस्त में चीन का स्वर्ण भंडार बढ़कर 74.02 मिलियन ट्रॉय औंस हो गया, जबकि जुलाई में यह 73.96 मिलियन था। इसकी कुल वैल्यू अगस्त में 253.84 अरब डॉलर रही, जो जुलाई में 243.99 अरब डॉलर थी।
सोना $5,000 प्रति औंस तक जा सकता है
गोल्डमैन सैक्स की ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता पर राजनीतिक दबाव बढ़ा और निवेशक ट्रेजरी बॉन्ड से पूंजी निकालकर गोल्ड में शिफ्ट होते हैं, तो सोने की कीमतें 5,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं। मौजूदा गिरावट को रिपोर्ट लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए एक आकर्षक खरीदारी का अवसर बता रही है। साथ ही, त्योहारी सीजन और वैश्विक अनिश्चितताओं की वजह से सोने और चांदी की मांग मजबूत बनी रहने की उम्मीद है।