Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Oct, 2025 05:26 PM

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की आर्थिक वृद्धि के प्रति भरोसा जताते हुए अपनी नवीनतम रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2025-26 और 2026-27 के लिए GDP अनुमान बढ़ा दिए हैं। FY26 में भारत की जीडीपी वृद्धि अब 6.6% रहने का अनुमान है, जबकि FY27 के लिए यह...
बिजनेस डेस्कः अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की आर्थिक वृद्धि के प्रति भरोसा जताते हुए अपनी नवीनतम रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2025-26 और 2026-27 के लिए GDP अनुमान बढ़ा दिए हैं। FY26 में भारत की जीडीपी वृद्धि अब 6.6% रहने का अनुमान है, जबकि FY27 के लिए यह 6.2% तक पहुंच गई है। IMF ने इसके पीछे घरेलू उपभोग और सार्वजनिक निवेश में मजबूती को मुख्य कारण बताया है।
विश्व बैंक ने भी भारत के FY26 के GDP अनुमान को जून के 6.3% से बढ़ाकर 6.5% कर दिया है, हालांकि FY27 के लिए टैरिफ के कारण अनुमान को 6.3% पर घटाया गया है। दोनों अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों ने भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद लचीला और स्थिर बताया है।
IMF के आर्थिक सलाहकार पियरे-ओलिवियर गौरिंचस ने देशों को आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए मजबूत संस्थागत ढांचे और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं, भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने भी GDP वृद्धि की गति पर विश्वास जताया है और कहा कि भारत FY26 में अनुमानित सीमा के ऊपरी छोर की ओर बढ़ रहा है।
IMF ने सुधारों की गति, मजबूत घरेलू खपत और सार्वजनिक निवेश के साथ-साथ अनुकूल बाहरी वातावरण और कम मुद्रास्फीति को वृद्धि के प्रमुख कारणों के रूप में बताया है। वैश्विक विकास अनुमान भी सकारात्मक बने हुए हैं, जिसमें 2025 के लिए 3.2% वृद्धि की उम्मीद जताई गई है, जबकि 2026 के लिए वैश्विक वृद्धि का अनुमान 3.1% अपरिवर्तित रखा गया है।
भारत की यह स्थिर और तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वैश्विक मंदी के बीच निवेशकों और नीति निर्माताओं के लिए सकारात्मक संकेत देती है।