Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Nov, 2025 01:43 PM

बिजनेस डेस्कः डिजिटल भुगतान के बढ़ते दौर में बैंकिंग ऐप्स का इस्तेमाल आम हो गया है और इसी का फायदा साइबर ठग तेजी से उठा रहे हैं। आजकल फर्जी बैंकिंग ऐप्स इतने असली दिखते हैं कि एक नजर में कोई भी गलती कर सकता है—चमकते आइकॉन, बैंक जैसा नाम और हजारों...
Scam Alert: डिजिटल भुगतान के बढ़ते दौर में बैंकिंग ऐप्स का इस्तेमाल आम हो गया है और इसी का फायदा साइबर ठग तेजी से उठा रहे हैं। आजकल फर्जी बैंकिंग ऐप्स इतने असली दिखते हैं कि एक नजर में कोई भी गलती कर सकता है—चमकते आइकॉन, बैंक जैसा नाम और हजारों फेक 5-स्टार रिव्यू लेकिन इन्हें इंस्टॉल करते ही ये आपके पासवर्ड, OTP, UPI PIN और अकाउंट डिटेल चुपचाप चुरा लेते हैं।
ऐसे में असली और नकली ऐप की पहचान करना आपकी सबसे जरूरी ‘डिजिटल बैंकिंग स्किल’ बन गया है। कोई भी बैंकिंग ऐप डाउनलोड करने से पहले इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है:
पब्लिशर का नाम अच्छे से चेक करें
गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर पर असली बैंक ऐप्स बैंक के असली नाम से आते हैं जैसे HDFC Bank Ltd, State Bank of India, ICICI Bank Ltd। फर्जी ऐप्स नाम में हल्का बदलाव कर देते हैं Pro, Secure, Mobile Banking, Services जैसे शब्द जोड़ देते हैं या बैंक का नाम गलत लिखते हैं.
डाउनलोड और रिव्यू देखें
असली बैंक ऐप्स के लाखों डाउनलोड और हजारों रिव्यू होते हैं। फर्जी ऐप्स के डाउनलोड कम होते हैं और रिव्यू ज्यादातर कॉपी-पेस्ट जैसे, छोटे और एक ही तरह के दिखते हैं।
लिंक या QR से ऐप डाउनलोड न करें
बैंक कभी भी SMS, WhatsApp, Telegram या ईमेल के लिंक से ऐप डाउनलोड करने को नहीं कहता और न ही APK भेजता है। असली ऐप सिर्फ गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर पर मिलता है।