Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Sep, 2025 12:16 PM

आज यानी 15 सितंबर को अगस्त महीने की थोक महंगाई दर (WPI) के आंकड़े जारी होंगे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि खाद्य वस्तुओं के महंगे होने की वजह से इसमें बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
बिजनेस डेस्कः वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त महीने में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई दर 0.52% रही। जुलाई में यह -0.58% पर थी।
अगस्त में महंगाई दर पॉजिटिव रहने की मुख्य वजह खाद्य पदार्थों, अन्य विनिर्मित वस्तुओं, गैर-खाद्य उत्पादों, गैर-धात्विक खनिज उत्पादों और परिवहन उपकरणों की कीमतों में बढ़ोतरी रही।
जुलाई में थोक महंगाई दर घटकर माइनस 0.58% पर आ गई थी, जो पिछले दो साल का निचला स्तर था। इससे पहले जून 2023 में यह माइनस 4.12% रही थी। वहीं, मई 2025 में WPI 0.39% और अप्रैल 2025 में 0.85% पर दर्ज की गई थी।
रोजाना जरूरत के सामान, खाने-पीने की चीजें महंगी हुईं
- रोजाना की जरूरत वाले सामानों (प्राइमरी आर्टिकल्स) की महंगाई माइनस 4.95 से बढ़कर माइनस 2.10% हो गई।
- खाने-पीने की चीजों (फूड इंडेक्स) की महंगाई माइनस 2.15 से बढ़कर 0.21% हो गई।
- फ्यूल और पावर की थोक महंगाई दर माइनस 2.43% से घटकर माइनस 3.17% रही।
- मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर 2.05% से बढ़कर 2.55% रही।
अगस्त में रिटेल महंगाई बढ़कर 2.07% हुई
अगस्त में रिटेल महंगाई दर जुलाई के 1.61% से थोड़ा बढ़कर 2.07% पर पहुंच गई है। इसकी वजह खाने-पीने की कुछ वस्तुओं की कीमतों में हल्की बढ़ोतरी है। रिटेल महंगाई के आंकड़े 12 सितंबर को जारी हुए थे।