Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 May, 2025 11:30 AM

भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने न केवल आतंकियों को करारा जवाब दिया, बल्कि पाकिस्तान को चीन से मिले हथियारों की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। भारत की जवाबी कार्रवाई में...
बिजनेस डेस्कः ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सेना ने आतंक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के भीतर स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने चीन से खरीदे हथियारों का इस्तेमाल किया लेकिन ये Made in China हथियार फेल हो गए। अब इन हथियारों की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। भारतीय सेना ने चीन निर्मित रॉकेटों और मिसाइलों को समय रहते मार गिराया, जिससे पाकिस्तान को न केवल रणनीतिक बल्कि आर्थिक तौर पर भी अरबों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। अब नजर डालते हैं कि पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर में चीन से मिले हथियारों के कारण कितना बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
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रक्षा सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने चीन से बड़ी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार खरीदे थे, जिनमें रॉकेट लॉन्चर, ड्रोन, मिसाइलें और आधुनिक रडार सिस्टम शामिल हैं। इनकी अनुमानित कीमत हजारों करोड़ रुपए में बताई जा रही है लेकिन ऑपरेशन सिंदूर में इनमें से कई हथियार या तो नाकाम रहे या भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा समय रहते निष्क्रिय कर दिए गए।
हालांकि, चीन ने एक बयान जारी कर इस खबर को खारिज किया है और कहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ है और किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करता।
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पाकिस्तान के पास चीनी हथियारों का बड़ा जखीरा, अरबों रुपए किए खर्च
चीन ने पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान को बड़ी मात्रा में अत्याधुनिक सैन्य हथियार और उपकरण सप्लाई किए हैं। इसमें टैंक, तोप, लड़ाकू विमान से लेकर एयर डिफेंस सिस्टम और सर्विलांस एयरक्राफ्ट तक शामिल हैं।
VT-4 टैंक
- साल 2018 में चीन और पाकिस्तान के बीच VT-4 टैंकों को लेकर रक्षा समझौता हुआ था।
- पाकिस्तान ने कुल 176 VT-4 टैंक खरीदे।
- इनकी कुल लागत लगभग 72.86 अरब रुपए (₹72,86,17,11,450) बताई गई है।
SH-15 155mm हॉवित्ज़र तोपें
- यह सौदा 2019 में हुआ था और 2022 तक पाकिस्तान ने 236 SH-15 155mm हॉवित्ज़र तोपों को अपनी सेना में शामिल कर लिया।
- इस सौदे की कुल कीमत लगभग 42.39 अरब रुपए (₹42,39,57,67,900) रही।
JF-17 थंडर और J-10C फायरबर्ड फाइटर जेट्स
- पाकिस्तान ने JF-17 थंडर और J-10C फायरबर्ड लड़ाकू विमान चीन से खरीदे हैं।
- अकेले 25 J-10C फायरबर्ड जेट्स के लिए पाकिस्तान ने लगभग 100 करोड़ डॉलर (लगभग ₹8,300 करोड़) खर्च किए।
अन्य प्रमुख हथियार और सिस्टम
- HQ-9 Long-Range Air Defence System
- Chinese UCAVs (Unmanned Combat Aerial Vehicles)
- Karakoram Eagle (ZDK-03 AWACS): पाकिस्तान ने इस एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम के 4 यूनिट्स लगभग 278 मिलियन डॉलर में खरीदे हैं।