Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Dec, 2022 12:27 PM
आरबीआई ने वित्त वर्ष 23 के लिए जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को 7 फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। आरबीआई ने कहा है कि तीसरी तिमाही में 4.4
बिजनेस डेस्कः आरबीआई ने वित्त वर्ष 23 के लिए जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को 7 फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। आरबीआई ने कहा है कि तीसरी तिमाही में 4.4 फीसदी और चौथी तिमाही में 4.2 फीसदी रहने का अनुमान है। दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में भारत की जीडीपी विकास दर 6.3 फीसदी रही थी।
वहीं, अगले वित्त वर्ष यानी 2023-24 में भारत की विकास दर 7.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। आपको बता दें कि मंगलवार को विश्व बैंक ने भारत के विकास दर के अनुमान को 6.5 से बढ़ाकर 6.9 फीसदी किया था। गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि जीडीपी विकास दर के अनुमान में कटौती के बावजूद बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी बना रहेगा।
महंगाई दर में बदलाव नहीं
आरबीआई ने महंगाई दर के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने खुदरा महंगाई दर के अनुमान को 6.7 फीसदी पर बरकरार रखा है। गौरतलब है कि ये आरबीआई के संतोषजनक दायरे (2-6 फीसदी) के ऊपर है। अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर तीन माह के निचले स्तर 6.77 फीसदी पर पहुंच गई थी। हालांकि, इस गिरावट के बावजूद मौजूदा कैलेंडर ईयर की शुरुआत से अब तक महंगाई दर 6 फीसदी से नीचे नहीं आई है। सितंबर में इसने अपना 5 महीने का उच्चतम स्तर देखा था। सितंबर में देश की खुदरा महंगाई दर 7.41 फीसदी पर पहुंच गई थी।