Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी के बाद अब 25 नवंबर, जानिए अयोध्या में क्या रचा जाएगा इतिहास ?

Edited By Updated: 09 Sep, 2025 09:07 AM

ayodhya ram mandir

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या एक बार फिर भक्ति और भव्यता के महासंगम की ओर अग्रसर है। प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर बने भव्य मंदिर में एक और ऐतिहासिक अध्याय जुड़ने जा रहा है।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या एक बार फिर भक्ति और भव्यता के महासंगम की ओर अग्रसर है। प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर बने भव्य मंदिर में एक और ऐतिहासिक अध्याय जुड़ने जा रहा है। यह आयोजन होगा मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण का, जो 25 नवंबर 2025 को, विवाह पंचमी के पावन दिन सम्पन्न किया जाएगा। इस दिन को यादगार बनाने की तैयारियां तेज़ हो चुकी हैं। इससे पहले, 22 जनवरी 2024 को जब रामलला की प्रतिष्ठा भव्य रूप से की गई थी, तब पूरे देश और विश्व ने अयोध्या की धार्मिक चेतना का अद्वितीय दर्शन किया था। अब ध्वजारोहण के माध्यम से मंदिर के पूर्ण निर्माण की औपचारिक घोषणा की जाएगी।

ट्रस्ट की महत्वपूर्ण घोषणा
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पुष्टि की है कि 25 नवंबर की तिथि पहले ही निर्धारित कर ली गई थी। अब आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए अगली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। ट्रस्ट का मानना है कि यह ध्वजारोहण न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि यह पूरे विश्व को यह संदेश देगा कि श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है।

मंदिर में जुड़ रहे नए आध्यात्मिक अध्याय
ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि जी के अनुसार, मुख्य मंदिर का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है। आने वाले कुछ महीनों में परकोटे और अन्य सजावटी कार्य भी पूरे कर लिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, मंदिर के तीसरे तल पर रामकथा, संत साहित्य और आध्यात्मिक यंत्रों का संग्रहालय स्थापित किया जाएगा, जो भक्तों के लिए ज्ञान और आस्था का अनूठा केंद्र होगा।

गिलहरी को मिला विशेष स्थान
रामसेतु निर्माण में गिलहरी के योगदान की स्मृति में, मंदिर परिसर में ‘अंगद टीला’ नामक स्थान पर एक विशेष प्रतिमा स्थापित की गई है। यह प्रतिमा गिलहरी को श्री राम मंदिर की ओर निहारते हुए दर्शाती है, जो श्रद्धा और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक मानी जा रही है।

25 नवंबर, इतिहास रचने को तैयार अयोध्या
विवाह पंचमी का दिन, जब भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह हुआ था, अब श्रीराम मंदिर के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ने जा रहा है। जब मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराया जाएगा, तो यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं होगा, बल्कि यह संकेत होगा कि श्रीरामलला का भव्य मंदिर अब पूरी तरह तैयार है।

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!