Edited By Jyoti,Updated: 10 Oct, 2021 10:55 AM
शारदीय नवरात्रि का पर्व चल रहा है, आज नवरात्रि पर्व की पंचम तिथ है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इस संदर्भ से जुड़ी हम आपको लगभग जानकारी दी
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
शारदीय नवरात्रि का पर्व चल रहा है, आज नवरात्रि पर्व की पंचम तिथ है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इस संदर्भ से जुड़ी हम आपको लगभग जानकारी दी चुके हैं। तो आइए अब जानते हैं देवी दुर्गा के पंचम रूप यानि मैय्या स्कंदमाता की स्तुति।
आइए जानते हैं संपूर्ण स्तुति-
जय-जय मुकुट धारिणी मैया जय जय जय कुलेश्वरी माता
अंबे, जगम्बे, दुर्गा भवानी, मैया स्कंदमाता आरती जो गाता
जय-जय मुकुट...आरती जो गाता
बाल कार्तिकेय गोदी में मुस्कुपाए
मां का रूप मन में सजाए, सिंह सवारी मां को भाए
देख भक्तों को मां खुशी से मुस्कुराए
वरदायिनी वर सबको देती
चरणों में शीतल सी गंगा है बहती
करें प्यार हम भी अपने बच्चों से
स्कंदमाता मैया को है भाता
जय जय मुकुट आरती जो गाता
स्कंद मां की पूजा से सुख मिलता
सोए भाग्य का दर है खुलता
फलदायिनी फल देने वाले
मां हर संकट में रक्षा करने वाली
पार लगाए भवसागर नैया
मां तू तो है सारे जग की खवैया
पूजा अर्चना, आराधना करें
भक्त भाग्य पर उम्र कर इतराता
जय जय मुकुत आरती जो गाता
कहें अशोक झिलमिल कविराय
पुकारें मन से दौड़ी चली जाए
सुबह शाम ज्योतिष जलाएंकरें गुणगान
करें भक्ति-शक्ति प्रदान
मनमोहक आरती थाली सजाएं
आनंद ही आनंद बिखर जाता
जय जय मुकुट आरती जो गाता
इसके अलावा संतान संतान प्राप्ति के लिए निम्न मंत्र का जप करना लाभदायक होता है। कहा जाता है जिन व्यक्तियों को संतानाभाव हो, उन्हें स्कंदमाता की विधि वत पूजा के साथ इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
'ॐ स्कंदमात्रै नम:।।
या देवी सर्वभूतेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
इस मंत्र का जप करते हुए भगवती दुर्गा को केले का भोग लगाएं और बाद में ये प्रसाद ब्राह्मणों में वितरित कर दें।