Edited By Sarita Thapa,Updated: 20 Oct, 2025 06:01 AM

वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में बहुत खास महत्व है। घर में पॉजिटिव वाइब्स और ऊर्जा बनाए रखने के लिए दीया जलाना एक पुरानी परंपरा है। खासकर त्योहारों या शुभ अवसरों पर दीये घर के हर हिस्से में जलाए जाते हैं।
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Diya Jalane Ka Vastu: वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में बहुत खास महत्व है। घर में पॉजिटिव वाइब्स और ऊर्जा बनाए रखने के लिए दीया जलाना एक पुरानी परंपरा है। खासकर त्योहारों या शुभ अवसरों पर दीये घर के हर हिस्से में जलाए जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बेडरूम में दीया जलाना सही है या नहीं? वास्तु शास्त्र के अनुसार, हर कमरे में दीया जलाना उचित नहीं माना जाता, क्योंकि प्रत्येक कमरे की ऊर्जा और उद्देश्य अलग होता है। तो आइए जानते हैं बेडरूम में दीया जलाने से क्या लाभ या नुकसान हो सकते हैं, और पॉजिटिव वाइब्स के लिए इसे कब और कैसे जलाना चाहिए।

बेडरूम में दीया जलाना सही या गलत?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बेडरूम एक निजी और आरामदायक जगह है, जहां ज्यादा ध्यान और ऊर्जा का संतुलन होना चाहिए।
यदि बेडरूम में दीया जलाया जाए, तो यह वहां की शांति और रिलैक्सेशन को प्रभावित कर सकता है। खासकर सोते समय दीया जलाना शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि आग और प्रकाश की ऊर्जा नींद को बाधित कर सकती है। छोटे और स्थिर दीये केवल सुबह या शाम के समय कुछ मिनटों के लिए जलाना सुरक्षित होता है।

पॉजिटिव वाइब्स के दीया जलाने के नियम
पॉजिटिव वाइब्स के लिए लिविंग रूम या पूजा स्थल में दीया जलाना चाहिए। ये जगहें ऊर्जा को बढ़ाने और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए सबसे उपयुक्त हैं। यदि आप बेडरूम में दीया जलाना चाहते हैं, तो दिन के समय कुछ मिनटों के लिए ही जलाएं और सोने से पहले इसे बंद कर दें। साथ ही सफाई और व्यवस्था का भी खास ध्यान रखें। दीया के पास कभी भी कागज़, कपड़ा या ज्वलनशील सामग्री न रखें।
