Edited By Sarita Thapa,Updated: 21 Apr, 2025 01:34 PM

Ganga Saptami 2025: सनातन धर्म में गंगा सप्तमी को बहुत खास माना जाता है। इस दिन गंगा माता की विशेष रूप से पूजा की जाती है। हर साल यह पर्व वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल यह पर्व 3 मई को मनाया...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Ganga Saptami 2025: सनातन धर्म में गंगा सप्तमी को बहुत खास माना जाता है। इस दिन गंगा माता की विशेष रूप से पूजा की जाती है। हर साल यह पर्व वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल यह पर्व 3 मई को मनाया जाएगा। माना जाता है कि गंगा सप्तमी के दिन सच्चे मन से गंगा जी की पूजा करने और गंगा स्नान करने से जीवन में आने वाली हर परेशानी दूर हो जाती है और सभी पाप धुल जाते हैं। इस दिन कुछ खास नियमों का पालन किया जाना चाहिए। तो आइए जानते हैं कि गंगा सप्तमी के दिन कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए।

गंगा सप्तमी पर भूलकर भी न करें ये गलतियां
गंगा नदी को बहुत ही पवित्र और शुद्ध माना जाता है। इस दिन गलती से भी गंगा में गंदगी या कूड़ा-कचरा डालना बहुत बड़ा पाप समझा जाता है। ऐसा करने से मां गंगा नाराज हो सकती है।
इस दिन गंगा में स्नान करने से पहले शरीर और मन की शुद्धि करना बहुत जरूरी है। अशुद्ध अवस्था में स्नान करने मनचाही इच्छा पूरी नहीं होती और पुण्य की प्राप्ति में विघ्न आता है।
गंगा सप्तमी के दिन जो लोग व्रत रखते हैं। उन्हें नकारात्मक विचारों से दूर रहना चाहिए और किसी को अशब्द नहीं बोलना चाहिए।

इस दिन तामसिक चीजें जैसे- मांस, मछली, लहसुन, प्याज, अंडे, शराब, नशीले पदार्थ, आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।
गंगा सप्तमी के दिन किसी भी गरीब और असहाय को सताना नहीं चाहिए। इस दिन गरीबों का तंग करने से मां गंगा रुष्ट हो सकती है।
