Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Feb, 2023 08:17 AM

आजकल वास्तु के संबंध में लोगों में काफी भ्रम एवं असमंजस की स्थिति है। वास्तु शास्त्र का मूल आधार भूमि, जल, वायु एवं प्रकाश है
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Home Vastu Dosh: आजकल वास्तु के संबंध में लोगों में काफी भ्रम एवं असमंजस की स्थिति है। वास्तु शास्त्र का मूल आधार भूमि, जल, वायु एवं प्रकाश है, जो जीवन के लिए अति आवश्यक है। इनमें असंतुलन होने से नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न होना स्वाभाविक है। वास्तु के नियमों का पालन न करने पर व्यक्ति विशेष के स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि उसके रिश्ते पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
How to remove Vastu defects वास्तु दोष कैसे दूर करें?
घर के द्वार पर आगे वास्तुदोष नाशक हरे रंग के गणपति को स्थान दें। बाहर की दीवारों पर हल्का हरा या पीला रंग लगवाएं।
मुख्य द्वार पर वास्तु मंगलकारी यंत्र लगवाएं।
घर की मुख्य पूजा में गणपति को स्थान दें।
Bedroom बेडरूम
उत्तर दिशा में बना बेडरूम भाग्यशाली होता है।

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Dining room डाइनिंग रूम
डाइनिंग एरिया में हल्का हरा या हल्का नीला रंग करें।
डाइनिंग टेबल पर या ग्रुप में बैठकर भोजन करते हों तो दिशाओं पर ध्यान न दें, पर घर के मुखिया या विशेष मेहमान का मुंह पूर्व दिशा में अवश्य होना चाहिए एवं वह स्थान कभी खाली नहीं रहना चाहिए। स्वामी के अभाव में उस ग्रुप में जो प्रमुख हो, वह वहां बैठे।

Temple मंदिर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मंदिर में कभी भी ऐसी मूर्तियां न रखें जो खंडित या टूटी अवस्था में हो।
Kitchen and washroom किचन और वॉशरूम

किचन और शौचालय कभी भी आमने-सामने नहीं होने चाहिए। किचन के दरवाजे के सामने चूल्हा नहीं होना चाहिए, इस से वास्तु दोष होता है। वॉशरूम ईशान कोण की किसी भी दीवार से लगा हुआ नहीं होना चाहिए।
Dustbin डस्टबिन
घर के उत्तर-पूर्व कोने में कभी भी डस्टबिन न रखें।
