Edited By Sarita Thapa,Updated: 25 Dec, 2025 11:15 AM

दुनिया के सबसे रहस्यमयी और पवित्र शिखर, माउंट कैलाश की यात्रा हर श्रद्धालु के जीवन का परम लक्ष्य होती है। लेकिन साल 2026 कोई सामान्य वर्ष नहीं, बल्कि एक दैवीय संयोग बनने जा रहा है।
Kailash Mansarovar Divine Year 2026 : दुनिया के सबसे रहस्यमयी और पवित्र शिखर, माउंट कैलाश की यात्रा हर श्रद्धालु के जीवन का परम लक्ष्य होती है। लेकिन साल 2026 कोई सामान्य वर्ष नहीं, बल्कि एक दैवीय संयोग बनने जा रहा है। तिब्बती ज्योतिष और प्राचीन गणनाओं ने 2026 को कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पिछले कई दशकों का सबसे शुभ और ऊर्जावान वर्ष घोषित किया है। मान्यता है कि इस विशेष कालखंड में ब्रह्मांडीय नक्षत्रों की स्थिति कुछ ऐसी होगी कि शिव के इस धाम से निकलने वाली आध्यात्मिक तरंगें अपने चरम पर होंगी। तिब्बती लामाओं और ज्योतिषियों के अनुसार, इस वर्ष की गई परिक्रमा न केवल शारीरिक कष्टों से मुक्ति दिलाती है, बल्कि आत्मा को मोक्ष के करीब ले जाती है। क्यों 2026 को ही पुण्य का महाकुंभ कहा जा रहा है। आइए जानते हैं इसके पीछे के आध्यात्मिक और ज्योतिषीय कारण।
तिब्बती ज्योतिष में सगा दावा का विशेष संयोग
तिब्बती परंपरा के अनुसार, साल 2026 में ग्रहों की स्थिति कुछ ऐसी बन रही है जो कई दशकों में एक बार आती है। इसे दैवीय ऊर्जा का वर्ष माना जा रहा है। तिब्बती लामाओं और विशेषज्ञों का मानना है कि इस दौरान कैलाश पर्वत के चारों ओर की ब्रह्मांडीय ऊर्जा अपने उच्चतम स्तर पर होगी।
12 वर्षों का चक्र और विशेष पुण्य
हिंदू धर्म में जिस तरह कुंभ का महत्व है, उसी तरह तिब्बती बौद्ध धर्म में कैलाश की परिक्रमा के लिए खास वर्षों का चक्र होता है। मान्यता है कि 2026 में की गई एक परिक्रमा अन्य वर्षों में की गई कई परिक्रमाओं के बराबर पुण्य फल प्रदान करेगी। इस वर्ष को घोड़े के वर्ष से जोड़कर देखा जा रहा है, जो यात्रा के लिए अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है।

साढ़े तीन परिक्रमा का महात्म्य
तिब्बती ज्योतिष के अनुसार, 2026 में ग्रहों का गोचर कुछ ऐसा है कि इस दौरान मानसरोवर झील में स्नान और कैलाश की परिक्रमा करने से न केवल इस जन्म के, बल्कि पिछले कई जन्मों के संचित पापों का नाश होता है। इस वर्ष को मोक्ष का द्वा' भी कहा जा रहा है।
प्रकृति और आध्यात्मिकता का संगम
खगोलीय दृष्टि से भी 2026 में कैलाश क्षेत्र का वातावरण और दृश्यता बहुत स्पष्ट रहने वाली है। तिब्बती ज्योतिषियों का कहना है कि इस साल शिव और शक्ति का मिलन पर्व विशेष ऊर्जा बिखेरेगा, जिससे साधकों को ध्यान और साधना में त्वरित सफलता मिलेगी।
श्रद्धालुओं के लिए तैयारी का समय
यदि आप भी कैलाश मानसरोवर की यात्रा का मन बना रहे हैं, तो 2026 आपके लिए सबसे उत्तम अवसर है। यह यात्रा कठिन है, इसलिए तैयारी अभी से शुरू कर दें। अपनी पासपोर्ट और वीजा संबंधी कागजी कार्रवाई के लिए समय रहते सजग रहें। चूंकि यह एक विशेष वर्ष है, इसलिए यात्रियों की संख्या बहुत अधिक हो सकती है, अतः पंजीकरण की प्रक्रिया पर नजर रखें।

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