Edited By Sarita Thapa,Updated: 08 Nov, 2025 02:55 PM

राजस्थान के सीकर जिले में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में इन दिनों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। बढ़ती भीड़ और मौसम के बदलते हालात को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने दर्शन के समय में परिवर्तन किया है।
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Khatu Shyam Temple New Timing: राजस्थान के सीकर जिले में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में इन दिनों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। बढ़ती भीड़ और मौसम के बदलते हालात को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने दर्शन के समय में परिवर्तन किया है। कई भक्त सुबह-सुबह दर्शन के लिए पहुंच जाते हैं, लेकिन नए शेड्यूल की जानकारी न होने के कारण उन्हें बंद कपाट का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यात्रा की योजना बनाने से पहले समय की जानकारी ज़रूर जांच लें।
नई व्यवस्था के अनुसार, मंदिर के कपाट अब पिछली समय सारिणी से अलग खुल और बंद होंगे। सुबह के दर्शन का समय बदला गया है, जिसके कारण पहले की तरह बहुत जल्दी निकलने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन देर होने पर भी दर्शन छूट सकते हैं। मंदिर प्रशासन ने बताया कि सुबह आरती और नियमित पूजा-पाठ के बाद ही कपाट खोल दिए जाएंगे। इसके अलावा, भक्तों की सुरक्षा और व्यवस्थित दर्शन के लिए लाइन प्रबंधन में भी सुधार किए गए हैं।
खाटू श्याम धाम में बाबा श्याम की श्रृंगार और संध्या आरती का अपना अलग आध्यात्मिक महत्व है। इन्हीं आरतियों के दौरान बाबा का विशेष श्रृंगार किया जाता है, जहां वे प्रतिदिन एक नए दिव्य स्वरूप में दर्शन देते हैं। मंदिर प्रशासन की नई जानकारी के अनुसार इन दोनों आरतियों के समय में परिवर्तन किया गया है।
अब सुबह की श्रृंगार आरती सुबह 8 बजे आयोजित होगी। पहले यह आरती सुबह 7 बजे होती थी। भक्तों के लिए यह आरती बेहद पावन मानी जाती है क्योंकि इसी दौरान बाबा श्याम को विशेष रूप से सजाया जाता है और अलौकिक रूप से सुशोभित किया जाता है। इसी तरह संध्या की आरती के समय में भी बदलाव हुआ है। अब संध्या आरती शाम 6 बजकर 15 मिनट पर होगी, जबकि पहले यह शाम 7 बजे संपन्न होती थी। इस समय बाबा श्याम की महिमा गाई जाती है और भक्त मंत्रमुग्ध होकर उनके दर्शन करते हैं।
खाटू श्याम बाबा के प्रति अटूट आस्था रखने वाले भक्त हर साल बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं। मंदिर आने से पहले आधिकारिक वेबसाइट, सोशल मीडिया पेज या स्थानीय सूचना केंद्र से समय की पुष्टि कर लें। इससे अनावश्यक इंतजार और कठिनाई से बचा जा सकता है।