Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 May, 2025 06:46 AM

Kurma Jayanti 2025: हिंदू धर्म में कूर्म जयंती का बहुत महत्व है। हर साल वैशाख मास की पूर्णिमा के दिन कूर्म जयंती पूरे भारत में बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है। पद्म पुराण के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान जब मंदराचल पर्वत ताल में धंसने लगा तो भगवान...
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Kurma Jayanti 2025: हिंदू धर्म में कूर्म जयंती का बहुत महत्व है। हर साल वैशाख मास की पूर्णिमा के दिन कूर्म जयंती पूरे भारत में बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है। पद्म पुराण के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान जब मंदराचल पर्वत ताल में धंसने लगा तो भगवान विष्णु ने कछुए का रूप लिया और धरती को नष्ट होने से बचाया था। कूर्म जयंती के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही हर पाप से छुटकारा मिलता है। कूर्म जयंती के दिन भगवान विष्णु के कूर्म अवतार की पूजा की जाती है। कूर्म यानी कछुआ, श्रीहरि ने कछुआ बनकर संसार की रक्षा की थी। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु के कूर्म अवतार की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही मन की हर मुराद पूरी होती है। कूर्म जयंती की पूजा, उपाय व व्रत करने से शारीरिक बल में वृद्धि होती है, जीवन ऐश्वर्यवान बनता है तथा सामाजिक पराक्रम बढ़ता है।
Kurma Jayanti shubh muhurat कूर्म जयंती शुभ मुहूर्त: 12 मई 2025 सोमवार को कूर्म जयंती मनाई जाएगी। पूर्णिमा तिथि का प्रारम्भ 11 मई 2025 को 08:01 पी.एम बजे होगा और समापन 12 मई 2025 को 10:25 पी.एम बजे होगा। कूर्म जयन्ती मुहूर्त- 04:16 पी.एम से 06:58 पी.एम तक रहेगा।

Kurma Jayanti Puja Vidhi कूर्म जयंती पूजा विधि: घर की पूर्व दिशा में तांबे के कलश में जल, दूध, तिल, रोली, गुड़ पुष्प व अक्षत मिलाकर कलश स्थापित करके कूर्म अवतार का विधिवत पूजन करें। लाल तेल का दीप करें, सुगंधित धूप करें, सिंदूर चढ़ाएं, लाल फूल चढ़ाएं, रेवड़ियों का भोग लगाएं तथा किसी माला से इस विशेष मंत्र का 1 माला जाप करें। पूजन के बाद भोग प्रसाद रूप में वितरित करें।

Kurma Jayanti puja mantra कूर्म जयंती पूजा मंत्र: ॐ आं ह्रीं क्रों कूर्मासनाय नम:॥

Kurma Jayanti mantra कूर्म जयंती मंत्र: ॐ कूर्माय नम:॥
