Edited By Prachi Sharma,Updated: 20 Nov, 2025 07:07 AM

Margashirsha Amavasya 2025: मार्गशीर्ष मास को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र महीना माना जाता है। यह भगवान कृष्ण और उनके अनेक स्वरूपों की पूजा के लिए समर्पित है। जब इस महीने में अमावस्या पड़ती है, तो इसे मार्गशीर्ष अमावस्या कहते हैं, जिसे अगहन अमावस्या...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Margashirsha Amavasya 2025: मार्गशीर्ष मास को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र महीना माना जाता है। यह भगवान कृष्ण और उनके अनेक स्वरूपों की पूजा के लिए समर्पित है। जब इस महीने में अमावस्या पड़ती है, तो इसे मार्गशीर्ष अमावस्या कहते हैं, जिसे अगहन अमावस्या भी कहा जाता है। 2025 में, मार्गशीर्ष अमावस्या 20 नवंबर 2025 को पड़ रही है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए तर्पण, स्नान और दान का विशेष महत्व होता है। इसके साथ ही, इस दिन किए गए देवी लक्ष्मी के उपाय आर्थिक समस्याओं को दूर करने और धन-समृद्धि को आकर्षित करने में बहुत प्रभावी माने जाते हैं। आइए, जानते हैं देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने और आर्थिक समस्याओं को दूर करने वाले 8 विशेष उपायों के बारे में:
पीपल और तुलसी की पूजा
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ में देवताओं और पितरों का वास माना जाता है। सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और सात बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं और देवी लक्ष्मी का स्थायी वास होता है। तुलसी के पौधे के पास भी संध्या के समय दीपक जलाएं और ओम नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करें।
मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप
इस पवित्र दिन देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना अत्यंत फलदायी होता है। सुबह स्नान के बाद, साफ वस्त्र पहनकर देवी लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र के सामने बैठकर कमलगट्टे की माला से कम से कम 108 बार इस मंत्र का जाप करें-
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
यह महालक्ष्मी का सबसे शक्तिशाली बीज मंत्र है, जो धन-धान्य की वृद्धि करता है।
Margashirsha Amavasya: मार्गशीर्ष अमावस्या पर करें ये काम, पितृ होंगे प्रसन्न और राहु-केतु रहेंगे शांत
आटे की गोलियां
मार्गशीर्ष अमावस्या पर जलचरों को भोजन खिलाना बहुत शुभ माना जाता हैक्योंकि अमावस्या तिथि का संबंध जल और पितरों से भी है। आटे में थोड़ा गुड़ मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बनाएँ और किसी नदी या तालाब में मछलियों को खिलाएं। इस उपाय से पितृ दोष और कालसर्प दोष शांत होते हैं, जिससे आर्थिक मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

शंख और कौड़ी की पूजा
शंख और कौड़ी देवी लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय हैं और उन्हें उनका भाई भी माना जाता है क्योंकि दोनों की उत्पत्ति समुद्र से हुई है। मार्गशीर्ष अमावस्या की रात्रि में, एक दक्षिणावर्ती शंख को गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद, 11 पीली कौड़ियों को लाल कपड़े में लपेटकर लक्ष्मी जी के चरणों में रखें और अगले दिन उन्हें अपनी तिजोरी या धन स्थान पर रख दें। यह उपाय तिजोरी में धन को स्थायी रूप से टिकने में मदद करता है।
Margashirsha Amavasya 2025: घर की तरक्की और शांति के लिए इस अमावस्या पर करें ये विशेष दान
अमावस्या की रात्रि में दीपक का उपाय
यह उपाय घर की दरिद्रता को हमेशा के लिए दूर करने में मदद करता है। अमावस्या की रात्रि में, घर के ईशान कोण में एक घी का दीपक जलाएं। दीपक में रुई की बाती की जगह लाल रंग के कलावे का उपयोग करें। यह कोने को सक्रिय करता है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा और धन का प्रवाह बढ़ता है।
मुख्य द्वार पर हल्दी का लेप
घर का मुख्य द्वार सकारात्मकता के प्रवेश का मार्ग होता है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन, स्नान के बाद घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर हल्दी और जल मिलाकर लेप लगाएं या स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। हल्दी शुद्धता और शुभता लाती है। यह नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश करने से रोकती है और देवी लक्ष्मी को घर में आने के लिए आमंत्रित करती है।
पान करें अर्पित
अमावस्या के दिन देवी लक्ष्मी को पान अर्पित करने से अधूरी मनोकामनाएं जल्द पूर्ण हो जाती हैं और यदि कोई काम बीच में अटक गया था तो वो भी पूरा हो जाएगा।
