Edited By Prachi Sharma,Updated: 10 May, 2025 07:25 AM

भारतीय ज्योतिष में पंचक एक विशेष खगोलीय स्थिति है जो तब उत्पन्न होती है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में प्रवेश करता है। यह कुल पाँच नक्षत्रों का समूह होता है- धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती।
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Panchak 2025: भारतीय ज्योतिष में पंचक एक विशेष खगोलीय स्थिति है जो तब उत्पन्न होती है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में प्रवेश करता है। यह कुल पाँच नक्षत्रों का समूह होता है- धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती। पंचक का समय शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है और इस दौरान कुछ विशेष कार्यों को करने से बचना चाहिए। ऐसा इस वजह से होता है क्योंकि पंचक का कोई भी दुष्प्रभाव व्यक्ति के ऊपर न पड़े। आइए जानते हैं मई 2025 में कब से कब तक पंचक रहेगा और इससे बचने के उपाय।
Panchak Start Date पंचक का समय
हिन्दू पंचांग के अनुसार मई माह में पंचक की शुरुआत 20 मई की सुबह 7 बजकर 32 मिनट से होगी और पांच दिन बाद 24 को दोपहर 1 बजे के पास इसका समापन होगा।
What not to do in Panchak ? पंचक में क्या न करें?
पंचक में भवन निर्माण कार्य करना अशुभ माना जाता है।
इस दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा से बचें।
पंचांक में लकड़ी से जुड़े कार्यों से परहेज करें।
पंचक के पांच दिन नए व्यवसाय या निवेश से बचें।

Measures to avoid the effects of Panchak पंचक के प्रभाव से बचने के उपाय
यदि किसी शुभ कार्य में देरी संभव न हो तो पंचक शांति पूजा अवश्य कराएं।
इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ विशेष फलदायी माना जाता है।
गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न और वस्त्र का दान करें।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से पंचक दोष कम होता है।
