Edited By Sarita Thapa,Updated: 03 May, 2025 11:35 AM

Michael Farraday story: लंदन में एक अनाथ बच्चा अखबार बेचकर किसी तरह अपना गुजारा करता था। कुछ समय बाद उसे एक किताब की दुकान पर जिल्द चढ़ाने का काम मिल गया।
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Michael Farraday story: लंदन में एक अनाथ बच्चा अखबार बेचकर किसी तरह अपना गुजारा करता था। कुछ समय बाद उसे एक किताब की दुकान पर जिल्द चढ़ाने का काम मिल गया। उस बालक को पढ़ने का बहुत शौक था। वह पुस्तकों पर जिल्द चढ़ाते समय महत्वपूर्ण बातें और जानकारियां अक्सर पढ़ता रहता था। एक दिन जिल्द चढ़ाते समय उसकी नजर एक विद्युत संबंधी लेख पर पड़ी।
उसने दुकान के मालिक से एक दिन के लिए वह पुस्तक मांग ली और रात भर में उस लेख के साथ ही पूरी पुस्तक भी पढ़ डाली। पुस्तक का उसके ऊपर गहरा असर पड़ा। अब उस बालक की जिज्ञासा प्रयोग करने में बढ़ती गई और धीरे-धीरे वह अध्ययन एवं परीक्षण के लिए विद्युत संबंधी छोटी-मोटी चीजें इधर-उधर से जुटाने लगा। बालक की इस बारे में रुचि देखकर एक ग्राहक उससे बहुत प्रभावित हुआ। वह खुद भी विज्ञान में गहरी दिलचस्पी रखता था। एक दिन वह बालक को अपने साथ भौतिक शास्त्र के प्रसिद्ध विद्वान डेवी का भाषण सुनाने ले गया। बालक ने डेवी की बातें ध्यान से सुनीं और उन्हें नोट भी किया। इसके बाद बालक ने उसके भाषण की समीक्षा करते हुए अपने कुछ परामर्श लिखकर डेवी के पास भेज दिए।

डेवी को बालक की सलाह बहुत पसंद आई। उन्होंने उसे अपने यंत्र व्यवस्थित करने के लिए अपने पास रख लिया। बालक उनके साथ रहने लगा। वह भौतिकी के क्षेत्र में खासकर विद्युत के क्षेत्र में बहुत कुछ करना चाहता था। आखिरकार अपनी मेहनत और संकल्प से उसने अपना सपना पूरा किया। वह एक महान वैज्ञानिक बन गया। आज दुनिया उस बालक को ‘माइकल फैराडे’ के नाम से जानती है।
