Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Jul, 2025 02:00 PM

थोड़ी-सी हिम्मत
महावीर की पहचान अहिंसा से है और विश्व का भविष्य अहिंसा है। आज हिंसा और आतंकवाद से घिरी दुनिया में अमन-चैन लाने के लिए अहिंसक शक्तियों को आगे आना होगा। अहिंसा का झंडा थामने वाले लोग यह न समझें कि हम दुनिया की आबादी का मुट्ठी भर हैं,
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
थोड़ी-सी हिम्मत
महावीर की पहचान अहिंसा से है और विश्व का भविष्य अहिंसा है। आज हिंसा और आतंकवाद से घिरी दुनिया में अमन-चैन लाने के लिए अहिंसक शक्तियों को आगे आना होगा। अहिंसा का झंडा थामने वाले लोग यह न समझें कि हम दुनिया की आबादी का मुट्ठी भर हैं, क्या कर सकते हैं? थोड़ी-सी हिम्मत और ईमानदारी से दुनिया को स्वर्ग में तब्दील किया जा सकता है, छोटी-सी चिंगारी ज्वाला बन जाती है। दुनिया में खून-खराबा बहुत हो चुका, अब अहिंसक शक्तियां इससे निजात दिलाने आगे आएं।

क्या करते हो
मैंने एक युवक से पूछा, ‘‘तुम क्या करते हो?’’
उसने कहा, ‘‘मैं पढ़ता हूं।’’
‘‘तुम पढ़ाई क्यों करते हो?’’
‘‘पास होने के लिए।’’
‘‘पास क्यों होना चाहते हो?’’
‘‘प्रमाण पत्र पाने के लिए।’’
‘‘प्रमाण पत्र क्यों पाना चाहते हो?’’
‘‘नौकरी के लिए।’’
‘‘नौकरी क्यों चाहिए?’’
‘‘पैसा कमाने के लिए।’’
‘‘पैसा कमाना क्यों चाहते हो?’’
‘‘पेट भरने के लिए।’’
‘‘पेट क्यों भरना चाहते हो?’’
‘‘जीने के लिए।’’
मैंने आखिरी बार पूछा, ‘‘जीना क्यों चाहते हो?’’
जवाब मिला, ‘‘पता नहीं।’’
अधिकतर लोगों की जिंदगी की हकीकत यही है।

जगाने आया हूं
मैं सिखाने नहीं आया हूं। सिखाने में मेरी कोई रुचि नहीं है। सिखाने का काम मेरा नहीं है। मैं तो जागरण, आचरण और समाधि-मरण का संदेश लेकर आया हूं। मैं जगाने आया हूं, क्योंकि जिंदगी एक भव्य जागरण है। जागा हुआ हर आदमी राम, कृष्ण, बुद्ध और महावीर है। सोया हुआ हर आदमी कंस, कमठ और रावण है। जागो! चिता जल उठे, इससे पहले अपनी चेतना जगा लो।
