Edited By Sarita Thapa,Updated: 16 May, 2025 07:31 AM

Shani Pradosh Vrat: हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष व्रत को बहुत शुभ और खास माना जाता है। यह पर्व प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है।
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Shani Pradosh Vrat: हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष व्रत को बहुत शुभ और खास माना जाता है। यह पर्व प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। प्रदोष व्रत जब शनिवार के दिन पड़ता है, तो इसे शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन शिव जी और मां पार्वती की सच्चे मन से पूजा करने से धन, संपत्ति, और वैभव की प्राप्ति होती है और वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। तो आइए जानते हैं शनि प्रदोष व्रत के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Shani Pradosh Vrat 2025 Shubh Muhurat शनि प्रदोष व्रत 2025 शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 24 मई को शाम 7 बजकर 20 मिनट पर होगी और इसका समापन 25 मई को 3 बजकर 51 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, ज्येष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत 24 मई को रखा जाएगा।

Shani Pradosh Vrat Puja Vidhi शनि प्रदोष व्रत पूजा विधि
शनि प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
फिर साफ-सुथरे वस्त्र पहनकर घर के मंदिर की साफ-सफाई करें।
अब एक चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर शिव जी और माता पार्वती की मूर्ति स्थापित करें।
इसके बाद शिव जी को बेलपत्र, गंगाजल, धतूरा, भांग, सफेद फूल और अगरबत्ती अर्पित करें।
उसके बाद भगवान शिव को फल और मिठाई का भोग लगाएं।
फिर शिव जी और माता पार्वती के मंत्रों और नामों का जाप करें।
अंत में शिव जी के समक्ष घी का दीपक जलाएं और आरती करें।
