Edited By Sarita Thapa,Updated: 01 Nov, 2025 10:04 AM

सिरमौर जिले में श्रद्धा और आस्था का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय रेणुका मेला बड़ी धूमधाम से शुक्रवार को आरंभ हुआ।
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Renuka Mahotsav 2025: सिरमौर जिले में श्रद्धा और आस्था का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय रेणुका मेला बड़ी धूमधाम से शुक्रवार को आरंभ हुआ। मां रेणुका और भगवान परशुराम के पावन मिलन के इस दिव्य अवसर के साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालु रेणुका जी झील के तट पर एकत्र हुए। पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे लोगों ने भव्य शोभा यात्रा में भाग लेकर इस ऐतिहासिक आयोजन को यादगार बना दिया।
मेले की शुरुआत भगवान परशुराम जी की पालकी यात्रा से हुई, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा कर पालकी का स्वागत किया। यात्रा के दौरान स्थानीय देवताओं की झांकियां, पारंपरिक वाद्य यंत्रों की मधुर धुनें और लोक कलाकारों के प्रदर्शन ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। रेणुका जी और भगवान परशुराम का मिलन इस मेले का मुख्य आकर्षण रहा। झील के किनारे संपन्न हुए इस धार्मिक अनुष्ठान में भावनाओं का अद्भुत संगम देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने इस पावन क्षण के दर्शन कर अपने को धन्य महसूस किया।
मेला स्थल पर धार्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की जा रही हैं, जिनमें हिमाचल की लोक संस्कृति की झलक दिखाई दे रही है। प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। हर साल की तरह इस बार भी रेणुका मेला न केवल धार्मिक उत्सव बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बनकर सामने आया है। मां रेणुका और भगवान परशुराम की भक्ति में डूबे श्रद्धालुओं की भीड़ ने इस आयोजन को एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव बना दिया।