Edited By Sarita Thapa,Updated: 10 Oct, 2025 02:02 PM

आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में तनाव, चिंता और नकारात्मकता आम बात हो गई है। कई बार हम बिना किसी कारण भी बेचैनी या थकान महसूस करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का वातावरण और ऊर्जा हमारे मानसिक संतुलन पर गहरा प्रभाव डालती है।
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Vastu Tips: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में तनाव, चिंता और नकारात्मकता आम बात हो गई है। कई बार हम बिना किसी कारण भी बेचैनी या थकान महसूस करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का वातावरण और ऊर्जा हमारे मानसिक संतुलन पर गहरा प्रभाव डालती है। अगर घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सही दिशा में हो, तो मन और शरीर दोनों शांत रहते हैं। तो आइए जानते हैं कुछ सरल वास्तु टिप्स, जो आपके जीवन से तनाव और नकारात्मकता को दूर कर सकते हैं।
मुख्य द्वार पर ध्यान दें
घर का मुख्य द्वार सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार होता है। इसे हमेशा साफ-सुथरा रखें और इसके आसपास अंधेरा न रहने दें। द्वार पर शुभ प्रतीक जैसे ‘ॐ’ या ‘स्वस्तिक’ लगाने से सकारात्मक तरंगें बढ़ती हैं।
नकारात्मक वस्तुएं हटाएं
वास्तु के अनुसार, टूटे हुए बर्तन, घड़ी, आईना या खराब इलेक्ट्रॉनिक सामान घर में न रखें। ऐसी चीज़ें रुकावट और तनाव का कारण बनती हैं।
हल्के रंगों का प्रयोग करें
वास्तु के अनुसार, दीवारों और पर्दों के रंग हल्के और सॉफ्ट टोन में रखें, जैसे क्रीम, हल्का नीला या हरा। ये रंग मन को शांति देते हैं और घर में सुकून का माहौल बनाते हैं।

दीपक और सुगंध का प्रयोग करें
सुबह और शाम के समय घर में दीपक जलाने से वातावरण पवित्र होता है। चंदन, कपूर या अगरबत्ती जैसी सुगंधित वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती हैं।
पूर्व दिशा की ओर ध्यान करें
वास्तु के अनुसार, ध्यान, योग या प्रार्थना करते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना शुभ होता है। इससे मन शांत रहता है और मानसिक तनाव दूर होता है।
