Edited By Sarita Thapa,Updated: 30 May, 2025 07:00 AM

Vastu Tips For Kids Study: वास्तु शास्त्र का खास संबंध हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ा हुआ है। वास्तु के नियमों का पालन करने से हम अपने जीवन को बेहतर और खुशहाल बना सकते हैं।
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Vastu Tips For Kids Study: वास्तु शास्त्र का खास संबंध हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ा हुआ है। वास्तु के नियमों का पालन करने से हम अपने जीवन को बेहतर और खुशहाल बना सकते हैं। आजकल आम देखा जाता है कि पेरेंट्स अपने बच्चे को पढ़ाई को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं। पेरेंट्स की शिकायत रहती है कि बच्चे का ध्यान किताबों में कम और मोबाइल या टीवी में ज्यादा लगा रहता है या फिर पढ़ने बैठते ही उन्हें नींद आने लगती है, तो शायद इसका कारण वास्तु दोष भी हो सकता है। तो आइए जानते हैं वास्तु के कुछ उपायों के बारे में जिसे अपने जीवन में अपना कर बच्चों की एकाग्रता और रुचि दोनों बढ़ा सकते हैं।

पढ़ाई के टेबल की दिशा सही रखें
वास्तु के अनुसार, पढ़ाई के दौरान बच्चे का मुख हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा और ज्ञान से जुड़ी मानी जाती है, जिससे उनका मन पढ़ाई में लगा रहेगा।
किताबों और कापियों का ढेर न लगाएं
वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्टडी टेबल पर जरूरत से ज्यादा किताबें, नोट्स और रैंडम चीजें न रखें। इससे दिमाग बिखराव महसूस करता है। जितना हो सके इस जगह को साफ-सुथरा रखने का प्रयास करें।

स्टडी रूम में मिरर न रखें
वास्तु के अनुसार, अक्सर लोग जाने-अनजाने में स्टडी रूम में आईना लगा देते हैं, लेकिन यह वास्तु के अनुसार पढ़ाई में बाधा डाल सकता है। शीशे से एनर्जी डिस्टर्ब होती है, हो सके तो इसे तुरंत अपने स्टडी रूम से हटा दें।
पढ़ाई का समय तय करें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, हर दिन पढ़ाई के लिए एक निश्चित समय तय करके रखना चाहिए। ऐसा करने से बच्चा मानसिक रूप से खुद को अनुशासित महसूस करता है और उसका आत्मविश्वास बढ़ता है।
