Edited By rajesh kumar,Updated: 22 Sep, 2023 12:33 PM

अमरीका के एक विशेषज्ञ ने सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निजर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट का हाथ होने के कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को 'शर्मनाक और निंदनीय करार देते हुए अमरीका से इसका हिस्सा बनने का आग्रह किया है।
वाशिंगटन: अमरीका के एक विशेषज्ञ ने सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निजर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट का हाथ होने के कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को 'शर्मनाक और निंदनीय करार देते हुए अमरीका से इसका हिस्सा बनने का आग्रह किया है। हडसन इंस्टीटक टैंक में आयोजित एक पैनल चर्चा में अमेरिकन इंटरप्राइज इंस्टीच्यूट के वरिष्ठ फैला माइकल रविन ने दावा किया कि इन लोगों के की कठपुतली बन रहे हैं, खालिस्तानी आंदोलन को अहं और लाभ के आंदोलन के रूप में देखते हैं।
रुबिन ने कहा कि ट्रूडो के 'शर्मनाक और निंदनीय कदम को लेकर चौकाने वाली बात यह है कि वह की हत्या मामले में तो बयान दे रहे हैं। लेकिन देश की पुलिस पाकिस्तान की कथित मदद से हुई करीमा बालू की हत्या की जांच कर रही है और प्रधानमंत्री कार्यालय ने अब तक इस मामले का संज्ञान नहीं लिया है। अमरीका विशेषज्ञ ने कहा, "तो सवाल यह उठता है कि अगर लोकलुभावन राजनीति नहीं की जा रही है, तो यह विरोधाभास क्यों है? इससे जस्टिन ट्रूडो को लंबी अवधि में मदद मिल सकती है, लेकिन यह अच्छा नेतृत्व नहीं है।
रुबिन ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ बाहरी खालिस्तान आंदोलन को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि यह कोशिश रंग लाएगी मैं नहीं चाहता कि अमरीका 'बाहरी तत्वों की इस तरह की निंदक चालों को स्वीकृति दे। अचानक किसी अलगाववादी आंदोलन को फिर से उभरते देखना और तर्क देना एक बहुत बड़ी गलती होगी।''