Edited By Tanuja,Updated: 23 Jun, 2025 04:24 PM

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के परमाणु केंद्रों पर हालिया अमेरिकी हमलों के बाद ईरान में "सत्ता परिवर्तन" की संभावना पर विचार करने की बात कही है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर...
Washington: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के परमाणु केंद्रों पर हालिया अमेरिकी हमलों के बाद ईरान में "सत्ता परिवर्तन" की संभावना पर विचार करने की बात कही है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर तेहरान की ओर से अमेरिकी बलों या ठिकानों पर किसी भी तरह की कार्रवाई होती है तो और अधिक हमले किए जाएंगे और नामोनिशां तक मिटा दिया जाएगा। इस बीच, इजराइली सेना ने सोमवार को ईरान के पश्चिमी शहर केरमानशाह के आसपास नए सैन्य हमले शुरू कर दिए हैं। इस क्षेत्र में चल रहा ईरान-इजराइल संघर्ष अब गंभीर अंतर्राष्ट्रीय संकट का रूप लेता जा रहा है, क्योंकि अमेरिका भी इसमें सीधे शामिल हो गया है।
अमेरिका ने रविवार को ईरान के तीन बड़े परमाणु ठिकानों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर मिसाइलों और बंकर-बस्टर बमों से हमला किया। इन हमलों में अत्याधुनिक 30,000 पाउंड वजनी बमों का इस्तेमाल किया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि ईरान के परमाणु केंद्रों को “भारी क्षति” पहुंची है। ईरान ने अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह हमला “लक्ष्मण रेखा पार करने” जैसा है। ईरानी सर्वोच्च नेता के सलाहकार अली अकबर विलायती ने चेतावनी दी कि यदि अमेरिका ने ईरान पर हमला करने के लिए किसी तीसरे देश का इस्तेमाल किया है, तो वह देश भी ईरानी सेना के लिए वैध लक्ष्य होगा।
एक अमेरिकी परमाणु निगरानी संगठन ‘इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी’ ने उपग्रह तस्वीरों के हवाले से बताया है कि ईरान ने संभवतः हमले से पहले इस्फहान स्थित परमाणु ठिकाने की सुरंगों को भर दिया था। रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम तीन सुरंगों के प्रवेश द्वार ढह गए हैं। उत्तर कोरिया ने अमेरिका के हमले की तीव्र निंदा करते हुए इसे ईरान की क्षेत्रीय अखंडता का गंभीर उल्लंघन बताया है। उसने अमेरिका और इजराइल पर आरोप लगाया कि वे सैन्य हमलों से पश्चिम एशिया में तनाव को और बढ़ा रहे हैं। हालांकि ट्रंप प्रशासन के कई अधिकारी पहले ईरान के साथ फिर से वार्ता शुरू करने की बात कर रहे थे, लेकिन अब खुद राष्ट्रपति ट्रंप के बयान से यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि अमेरिका ईरान में सत्ता परिवर्तन की दिशा में भी रणनीति बना रहा है।