Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 07 Jul, 2025 11:12 AM

आज के समय में किसान परंपरागत खेती से परेशान हैं। कभी मौसम की मार तो कभी लागत बढ़ने का डर और बाजार में सही दाम न मिलने की चिंता उन्हें हमेशा सताती है। ऐसे में अगर कोई ऐसी फसल हो जिसमें एक बार मेहनत करने के बाद किसान को सालों साल कमाई मिलती रहे और वह...
नेशनल डेस्क: आज के समय में किसान परंपरागत खेती से परेशान हैं। कभी मौसम की मार तो कभी लागत बढ़ने का डर और बाजार में सही दाम न मिलने की चिंता उन्हें हमेशा सताती है। ऐसे में अगर कोई ऐसी फसल हो जिसमें एक बार मेहनत करने के बाद किसान को सालों साल कमाई मिलती रहे और वह भी बिना ज्यादा झंझट के - तो यकीन मानिए यह किसी सपने से कम नहीं। यही सपना अब हकीकत बन रहा है बांस की खेती के जरिए। इसे लोग अब 'हरा सोना' और 'नोट छापने वाली फसल' कहने लगे हैं।
बांस की खेती: एक बार लगाओ और 50 साल तक कमाओ
बांस की खेती एक ऐसी फसल है जिसे एक बार खेत में लगाकर आप लगभग 40 से 50 साल तक उससे कमाई कर सकते हैं। इसे हर साल बोने की जरूरत नहीं होती, जैसे धान या गेहूं। एक बार बांस का पौधा लगाने के 3 से 4 साल बाद इससे कटाई शुरू हो जाती है और फिर यह लगातार कमाई देता रहता है। बांस की खेती में ना के बराबर देखरेख की जरूरत होती है। यह पौधा बहुत कम पानी में भी अच्छे से बढ़ता है और इसे कीट या बीमारी का खतरा भी बहुत कम होता है। मतलब, किसान को कीटनाशक या दवाओं पर खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसका मतलब यह हुआ कि खेती में लागत भी कम और मुनाफा जबरदस्त। अगर आपके पास ऐसी ज़मीन है जो बंजर या कम उपजाऊ है तो भी चिंता करने की ज़रूरत नहीं। बांस की खेती लगभग हर तरह की मिट्टी में की जा सकती है। किसान इसे खेत की मेड़ (किनारे) पर लगाकर भी अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं। इसका मतलब छोटे किसानों के लिए भी यह शानदार विकल्प है।
बाजार में जबरदस्त मांग
बांस का इस्तेमाल सिर्फ फर्नीचर या कागज़ ही नहीं बल्कि आज के समय में इथेनॉल, हैंडीक्राफ्ट, कपड़े और सजावटी सामान में भी होता है। बाजार में इसकी जबरदस्त मांग है। एक बांस ₹200 से ₹500 तक में बिक सकता है। इसका मतलब, जितनी खेती उतना मुनाफा — और वो भी कई सालों तक।
सरकारी मदद भी भरपूर
सरकार किसानों को 'राष्ट्रीय बांस मिशन' (National Bamboo Mission) के तहत बांस की खेती करने पर सब्सिडी देती है।
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एक पौधा लगाने में लगभग ₹240 का खर्च आता है
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इसमें से ₹120 की सब्सिडी सरकार देती है
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यानी किसानों को अपनी जेब से सिर्फ ₹120 प्रति पौधा देना होता है
अगर आप एक हेक्टेयर ज़मीन में 1500 पौधे लगाते हैं तो कुल खर्च लगभग ₹1.80 लाख आएगा। इस पर हर साल लाखों की कमाई संभव है।
कब और कैसे शुरू करें बांस की खेती?
बांस लगाने का सबसे अच्छा समय मानसून का होता है यानी जून-जुलाई।
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अपने जिले के कृषि विभाग या वन विभाग से संपर्क करें
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'राष्ट्रीय बांस मिशन' की जानकारी लें और आवेदन करें
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मिट्टी की जांच कराएं और उसके अनुसार सही किस्म का चुनाव करें
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बाजार की मांग को ध्यान में रखकर पौधों का चयन करें
बांस की 100 से ज्यादा किस्में मौजूद हैं इसलिए विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही सही पौधा चुनें।
एक नजर में खर्च और मुनाफा
| बिंदु |
विवरण |
| प्रति पौधा खर्च |
₹240 (सरकार ₹120 देगी) |
| एक हेक्टेयर में पौधे |
लगभग 1500 |
| कुल खर्च |
₹1.80 लाख (सरकारी मदद के बाद) |
| कमाई की शुरुआत |
3-4 साल बाद |
| प्रति बांस बिक्री मूल्य |
₹200 से ₹500 |
| कमाई की अवधि |
40-50 साल तक |