Edited By Yaspal,Updated: 21 Mar, 2023 07:26 PM

कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता बाबूराव चिंचनसुर के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। माना जाता है कि चिंचनसुर 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की हार में अहम भूमिका निभाने वाले नेताओं में से एक थे
नेशनल डेस्कः कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता बाबूराव चिंचनसुर के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। माना जाता है कि चिंचनसुर 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की हार में अहम भूमिका निभाने वाले नेताओं में से एक थे। कल्याण कर्नाटक क्षेत्र में कोली-कबालिगा समुदाय के प्रमुख नेता चिंचनसुर ने सोमवार को विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
बाबूराव ने 2008 से 2018 तक कलबुर्गी जिले में गुरमित्कल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और इससे पहले सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री थे। हालांकि, विधानसभा चुनाव में हार के बाद उन्होंने 2018 में कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा सदस्य के रूप में, उन्हें उन प्रमुख नेताओं में से एक माना जाता है जिन्होंने गुलबर्गा (कलबुर्गी) लोकसभा क्षेत्र में खरगे को हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। उस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार उमेश जाधव विजयी हुए थे। जाधव भी पहले कांग्रेस में थे और बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि चिंचनसुर के आने वाले दिनों में पार्टी में शामिल होने की उम्मीद है। इस महीने की शुरुआत में, भाजपा के एक अन्य विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पुत्तन्ना ने विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने कहा कि चिंचनसुर कांग्रेस से आए थे और उसी पार्टी में वापस जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की स्थिति गुरमित्कल में मजबूत है और चिंचनसुर के पार्टी छोड़ने से वहां पार्टी की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कर्नाटक में मई तक विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने चिंचनसुर के पार्टी बदलने के मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।