Edited By Pardeep,Updated: 22 Sep, 2023 12:10 AM

भारत और कनाडा के मध्य चल रहे तनाव के बीच कनाडा भारत में अपनी डिप्लोमैटिक उपस्थिति कम कर सकता है।
नेशनल डेस्कः भारत और कनाडा के मध्य चल रहे तनाव के बीच कनाडा भारत में अपनी डिप्लोमैटिक उपस्थिति कम कर सकता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक प्रैस कांफ्रैंस के दौरान इस बात के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि कनाडा का डिप्लोमैटिक स्टाफ भारत के मुकाबले ज्यादा है और आने वाले दिनों में इस स्टाफ में कमी हो सकती है। डिप्लोमैटिक स्टाफ कनाडा के वीजा कार्यालयों में काम करता है और इस स्टाफ का काम वीजा एप्लीकेशन्स की प्रोसैसिंग का होता है।
भारत से हर साल लाखों लोग कनाडा जाते हैं, लिहाजा बड़ी संख्या में आने वाली इन एप्लीकेशन्स की प्रोसैसिंग के लिए ज्यादा स्टाफ की भी जरूरत है। कैनेडियन हाई कमिशन का मुख्य कार्यालय दिल्ली में है, जबकि बेंगलोर, चंडीगढ़ और मुम्बई में भी कैनेडा के काऊंसलेट जनरल के कार्यालय हैं। यदि इन कार्यालयों में स्टाफ की कमी होती है तो निश्चित तौर पर इसका असर भारतीयों की वीजा एप्लीकेशन्स की प्रोसैसिंग पर पड़ेगा और प्रोसैसिंग की गति धीमी हो सकती है। इसके साथ ही कनाडा के लिए अप्लाई किए जाने वाले वीजा के रिफ्यूज होने की दर भी बढ़ सकती है।
पंजाब से होते हैं सबसे ज्यादा आवेदन
कनाडा में पढ़ाई, टूरिज्म और कारोबार के लिए जाने वाले भारतीयों में सबसे ज्यादा लोग पंजाब से जाते हैं। कनाडा के 2021 के जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक भी यह बात साफ है कि कनाडा जाने वाले अधिकतर लोग पंजाब से होते हैं। पंजाबियों की संख्या कनाडा में भारत के अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा है। पिछले साल कनाडा ने साढ़े 3 लाख से ज्यादा वीजा एप्लीकेशन्स प्रोसैस की थी। इनमें अधिकतर वीजा एप्लीकेशन्स पंजाब से लगाई गई थी। यदि कनाडा को भारत में अपना स्टाफ कम करना पड़ा तो इसका कुछ असर पंजाब में भी नजर आ सकता है। चंडीगढ़ स्थित कनाडा की एंबैसी में स्टाफ की कमी होने पर भारतीय स्टूडैंट्स पर इसका असर पड़ेगा।
बेंगलोर और मुम्बई में हो सकती है स्टाफ में ज्यादा कमी
कनाडा में चल रहे इस विवाद के दौरान भारतीय हिंदू खालिस्तानियों का डट कर विरोध कर रहे हैं और खालिस्तानियों का विरोध करने वालों में बड़ी संख्या गुजराती व दक्षिण भारतीय हिंदूओं की है। कनाडा का खालिस्तानी प्रेमी जग जाहिर है, लिहाजा यदि कनाडा को भारत में वीजा आवेदन रद्द करने की जरूरत पड़ी तो मुम्बई और बेंगलोर स्थित कनाडा के काउंसलेट जनरल का स्टाफ सबसे ज्यादा कम किया जाएगा। इन्हीं दो कार्यालयों से गुजरात के अलावा दक्षिण भारत से संबंधित आवेदन हैंडल किए जाते हैं।
भारत में कनाडा के वीजा कार्यालय
दिल्ली
बैंगलोर
चंडीगढ़
मुम्बई
कनाडा में भारत के वीजा कार्यालय
ओटावा
टोरांटो
वैंकूवर