Edited By Hitesh,Updated: 28 May, 2021 05:26 PM

चीन पर इन दिनों कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच को लेकर दबाव बढ़ रहा है। कोरोना वायरस कहां से उत्पन्न हुआ है इस बात का पता लगाने के लिए और अधिक स्पष्टता की मांग कर रहे हैं। तीन बातें हैं जोकि चीन पर दबाव बना रही हैं। इनमें से पहली है कि अमेरिकी...
नेशनल डेस्क: चीन पर इन दिनों कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच को लेकर दबाव बढ़ रहा है। कोरोना वायरस कहां से उत्पन्न हुआ है इस बात का पता लगाने के लिए वैज्ञानिक और अधिक स्पष्टता की मांग कर रहे हैं। तीन बातें हैं जोकि चीन पर दबाव बना रही हैं। इनमें से पहली है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कोविड-19 की उत्पत्ति के संबंध में खुफिया विभाग से 90 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है। दूसरी है कि डब्ल्यूएचओ भी कोरोना की उत्पत्ति की दोबारा जांच जल्द शुरू कर सकता है।
तीसरी है कि फ्लिंडर्स मेडिकल सेंटर में एंडोक्राइनोलॉजी के निदेशक प्रोफेसर निकोलाई पेत्रोव्स्की ने कहा है कि दुनिया के वैज्ञानिक समुदाय को चीन ने धोखा दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक पोस्ट में लिखा है कि प्रोफेसर पेत्रोवस्की कहते हैं कि कुछ चीनी वैज्ञानिकों ने सुझाव दिया है कि COVID-19 पैंगोलिन से उत्पन्न हुआ है, लेकिन ऐसा होने की संभावना ही नहीं है।