जानिए कब-कब बड़े धमाकों से कांप उठी थी दिल्ली, 2005 में भी गई थी 62 लोगों की जान

Edited By Updated: 10 Nov, 2025 08:20 PM

delhi red fort metro car blast chandni chowk fire

दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास सोमवार शाम एक कार में धमाका हुआ, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। धमाका इतना तेज था कि लाल मंदिर के शीशे टूट गए और कई दुकानों के दरवाजे-खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गईं। आसपास की दुकानों में आग लग गई...

नेशनल डेस्क : सोमवार शाम राजधानी दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास खड़ी एक कार में अचानक हुए जोरदार धमाके से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि लाल किला के समीप स्थित लाल मंदिर तक इसका असर पहुंचा। इस धमाके में 8 लोगों की मौत की पुष्टि हुई। धमाके के कारण कार का एक हिस्सा मंदिर के परिसर में आ गिरा, जिससे मंदिर के शीशे टूट गए और आसपास की कई दुकानों के दरवाजे व खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गई।

हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब राजधानी दिल्ली बड़े धमाकों से दहली हो। इससे पहले भी कई बार धमाकों की गूंज ने कई जिंदगियां छीन ली। साल 2005 का वो दिन फिर याद आ गया जब सारोजिनी नगर, पहाड़गंज व गोविंदपुरी में तीन विस्फोट होने से करीब 62 लोगों की मौत हो गई थी।

कब-कब धमाकों से दहली दिल्ली?

25 मई 1996: लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट में बम विस्फोट — कम-से-कम 16 लोगों की मृत्यु।

1 अक्तूबर 1997: सदर बाजार के पास दो बम विस्फोट — लगभग 30 घायल।

10 अक्तूबर 1997: शांतिवन, कौड़िया पुल एवं किंग्सवे कैंप इलाकों में तीन विस्फोट — 1 की मृत्यु, लगभग 16 घायल।

18 अक्तूबर 1997: रानी बाग़ मार्केट में जुड़वां विस्फोट — 1 की मृत्यु, लगभग 23 घायल।

26 अक्तूबर 1997: करोल बाग मार्केट में दो विस्फोट — 1 मृत, लगभग 34 घायल।

30 नवंबर 1997: रेड फोर्ट क्षेत्र में जुड़वां विस्फोट — 3 की मृत्यु, 70 घायल।

30 दिसंबर 1997: पंजाबी बाग के पास बस में विस्फोट — 4 मरे, लगभग 30 घायल।

18 जून 2000: रेड फ़ोर्ट के निकट दो शक्तिशाली विस्फोट — 2 की मृत्यु, लगभग दर्जनभर घायल।

16 मार्च 2000: सदर बाजार में विस्फोट — 7 घायल।

27 फरवरी 2000: पहाड़गंज में विस्फोट — 8 घायल।

14 अप्रैल 2006: जामा मस्जिद प्रांगण में दो विस्फोट — कम-से-कम 14 घायल।

22 मई 2005: लिबर्टी एवं सत्यं सिनेमा हॉल में दो विस्फोट — 1 की मृत्यु, लगभग 60 घायल।

29 अक्तूबर 2005: सारोजिनी नगर, पहाड़गंज व गोविंदपुरी में तीन विस्फोट — लगभग 59-62 मरे, 100+ घायल।

13 सितंबर 2008: करोल बाग (गफ्फार मार्केट), कनॉट प्लेस व ग्रेटर कैलाश-I में पांच समन्वित विस्फोट — कम-से-कम 20-30 मरे, 90+ घायल।

27 सितंबर 2008: मेहरौली के फ्लावर मार्केट (सarai) में विस्फोट — 3 की मृत्यु, 23 घायल।

25 मई 2011: दिल्ली हाई कोर्ट पार्किंग में विस्फोट — कोई मृत्यु नहीं।

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!