Edited By Parminder Kaur,Updated: 15 May, 2025 03:23 PM

महाराष्ट्र के ध्रुव जोशी ने 10वीं की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 80 प्रतिशत अंक हासिल किए। यह पल उनके लिए गर्व और उपलब्धि से भरा होना चाहिए था, लेकिन यह खुशी अधूरी रह गई क्योंकि उनके पिता हेमंत जोशी अब इस दुनिया में नहीं हैं।
नेशनल डेस्क. महाराष्ट्र के ध्रुव जोशी ने 10वीं की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 80 प्रतिशत अंक हासिल किए। यह पल उनके लिए गर्व और उपलब्धि से भरा होना चाहिए था, लेकिन यह खुशी अधूरी रह गई क्योंकि उनके पिता हेमंत जोशी अब इस दुनिया में नहीं हैं।
शहीद पिता की गैरमौजूदगी में आई सफलता
ध्रुव ने महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त किए, जिसका परिणाम मंगलवार को घोषित हुआ। वह ठाणे के ओंकार इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ता है। लेकिन इस सफलता का जश्न मनाने का मौका उसके परिवार को नहीं मिला। ध्रुव और उसकी मां बेहद दुखी हैं, क्योंकि इस उपलब्धि को देखने के लिए उनके पिता जीवित नहीं हैं।
आतंकी हमले में गई जान
ध्रुव के पिता हेमंत जोशी की 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक आतंकी हमले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे अपने रिश्तेदारों के साथ यात्रा पर थे। इस हमले में हेमंत के अलावा उनके दो अन्य रिश्तेदार संजय लेले और अतुल मोने भी मारे गए। यह हमला लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन टीआरएफ (The Resistance Front) के आतंकियों ने अंजाम दिया था। हमले में कुल 26 लोगों की जान गई थी।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
ध्रुव के रिश्तेदार राजेश कदम ने मीडिया को बताया, "ध्रुव ने कठिन हालात के बावजूद पढ़ाई में ध्यान दिया और अच्छे अंक प्राप्त किए। लेकिन यह सफलता अधूरी है क्योंकि उसके पिता अब नहीं हैं। मां और बेटा दोनों मानसिक रूप से टूटे हुए हैं, फिर भी ध्रुव ने साहस दिखाया और अपने लक्ष्य पर कायम रहा।"